खबर हेमंत तिवारी
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राजिम(फिंगेश्वर)/ विकासखंड फिंगेस्वर के ग्राम पंचायत सिर्री कला में पीएचई विभाग द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइप लाइन विस्तार के लिए ठेकेदार द्वारा खोद कर छोड़े गए गड्डे में 3 साल के बच्चे के गिर जाने से आज बच्चा पिछले12 दिनों से नवापारा स्थित एक निजी हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के झूल रहा हैं।
हालांकि यह मामला पीड़ित पक्षो के द्वारा फिंगेश्वर थाना में दर्ज किए जाने के बाद जल जीवन मिशन का काम कर रहे पेटी ठेकेदार द्वारा हॉस्पिटल की पूरी खर्च वहन करने पीड़ित पक्ष के साथ समझौता होने की बात सामने आया हैं। लेकिन विभागीय स्तर पर उक्त ठेकेदार पर अब तक कोई कार्रवाई नही किया गया हैं। यहां तक कि घटना को हुए 12 दिन बीतने को है और विभाग के राजिम एसडीओ साहब को इतनी बड़ी घटना की जानकारी भी नही है। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन
मिशन योजना के तहत लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने यह योजना निकाला गया। लेकिन यह योजना जब से शुरू हुआ है, तब से इस योजना में विभागीय अधिकारियों ,इंजीनियर, ठेकेदार सहित संबंधित पेटी ठेकेदारो द्वारा मिलकर इस योजना में जमकर बंदरबांट वा धुंधली किया जा रहा है। और गुणवत्ता हीन इस कार्य में सामग्री भी घटिया इस्तेमाल किया जा रहा है।और विभिन्न पंचायत क्षेत्रों से पाइप लाइन विस्तार के लिए खोदे गए गड्ढे में लोगो के गिरकर घायल होने व चारपहिया वाहनों के फंसने की अनेक मामले आये हैं। लेकिन इस बार फिंगेश्वर ब्लाक मुख्यालय के सिर्रीकला ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन योजना के तहत खोदे गए गड्ढे को समय रहते भरा नही गया था।और जिम्मदारों द्वारा एसे ही छोड़ दिया गया था और इस अनदेखी की वजह से गड्ढे जानलेवा बन गए हैं और नतीजा यह है कि आज एक 3 साल का मासूम जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। सिर्री कला निवासी हेमसिंह साहू के 3
साल के बेटा योगराज साहू खेलते खेलते पानी पिने के लिए नल के पास गया था। तभी बच्चा नल के पास पानी से भरे गड्ढे में अचानक गिर गया। गनीमत रहा की।वहा से गुजर रहे पड़ोसी ने उसे तत्काल गड्डे से निकाला पर पानी में डूबने से बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है। बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने नवापारा स्थित एक निजी हॉस्पिटल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सा विशेषज्ञों ने बच्चे की फेफड़े में पानी पहुंच जाने की स्थिति में तकरीबन 12 दिनों तक आईसीयू वार्ड में रखा हैं। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में होने की जानकारी मिली है। मामले में परिजन मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान होने के कारण शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। साथ ही मामले मे दोषी फिंगेस्वर निवासी ठेकेदार और विभाग के इंजीनियर के खिलाफ जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए गैर ईरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं । लेकिन फिंगेस्वर निवासी पेटी ठेकेदार कानूनी कार्रवाई से बचने व इलाज के खर्च के लिए पीड़ित पक्ष के पास रुपये नही होने के कारण उक्त ठेकेदार ने मौका देखकर समझौता कर लिया है। लेकिन इस मामले में विभागीय स्तर पर संबंधित ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई के लिए या कोई कोई कारण बताओ नोटिस जारी नही किया हैं।काम पूरा हुआ नहीं और सरपंच ने राशि आहरण करने जारी किया एनओसी- इस मामले में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों ने ठेकेदार से आपसी मिली भगत कर आधे अधूरे काम होने के बावजूद पूरे काम होने का हवाला देते हुए ठेकेदार को कार्य पूर्णता होने की प्रस्ताव पास कर राशि आहरण किये जाने विभाग को स्वीकृति प्रदान कर दिया गया। अब ठेकेदार की लापरवाही के चलते घटना में गंभीर रूप से घायल बच्चे के घटना से सरपंच नींद से जाग चुका है और ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मोहन साहू एनओसी को निरस्त करने विभाग को पत्र भेजे जाने की जानकारी दी है।साथ ही सरपंच ने बताया की ठेकेदार द्वारा घटिया और गुणवत्ता हीन कार्य किया गया है।_______इस संबंध में पीएचई विभाग के एसडीओ नवीन साहू से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि सिर्री कला वाले घटना की जानकारी मुझे आज ही मिला है, मामला को देख लेता हूं, फिर संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी किया जाएगा।