जामगांव आर।श्री गुरुनानक देव जी के 554 वे प्रकाश पर्व पर सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जामगांव आर में निबंध ,रंगोली वेशभूषा प्रतियोगिता युक्त समारोह सोमवार को समर्पण सभागार में हुआ।समारोह में कोषाध्यक्ष बसंत राव शिंदे दाऊ ललित चंद्राकर प्रधानाचार्य पवन बंछोरप्राथमिक प्रधानाचार्य भूमिका साहू मंचासिन रहे।लोभी लालची व्यक्ति सदैव दुखी रहता है,,,कोषाध्यक्ष बसंत राव शिंदे ने कहा कि गुरु का ज्ञान किसी जाति विशेष के लिए नही बल्कि सम्पूर्ण मानव और मानवता की रक्षा के लिए होता है।विश्व कल्याण के लिए होता है। गुरुनानक देव ने
ईमानदारी मेहनत परोपकार के साथ सदा प्रसन्न जीवन जीने की संदेश दिए।गुरुदेव ने लोभ लालच संग्रहवृति को मानव के लिए घातक बताते हुए इस बुराइयों से बचने का आव्हान किया।लोभी लालची व्यक्ति सदा दुखी होता है ।गुरु के ज्ञान से शिष्य के जीवन में प्रकाश आता है,,,अतिथि दाऊ ललित चंद्राकर ने कहा कि गुरु नानक देव के संदेश को आत्म साथ करने से जीवन के अंधेरे राह में भी प्रकाश आने लगता है।गुरु का ज्ञान अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाता है।उन्होंने कहा कि गुरुदेव का संदेश वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है। न्याय संगत जीवन के हिमायती थे गुरुदेव।प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मिला पुरस्कार,,,,वेशभूषा में यांश चंद्राकर प्रथम उमंग द्वितीय रंगोली में मोक्षलक्ष्मी प्रथम टिकेश्वरी द्वितीय निबंध प्रतियोगिता में प्रथम आयुष कक्षा पंचम एवम युवरानी कक्षा नवम ,द्वितीय गेवेंद्र कक्षा प्रथम एवम तन्नू कक्षा सप्तम पुरस्कृत किए गए। संचालन कक्षा बारहवी की छात्रा डिलेश्वरी चंद्राकर एवम तृषा सोनवानी ने किया।