खबर हेमंत तिवारी
पांडुका/ वन मंडल गरियाबंद के पांडुका परिक्षेत्र में बीते 13 दिन पहले दिवाली के आसपास नागझर के एक बुजुर्ग ग्रामीण को खेत पर मौत के घाट उतारने के बाद यह दंतेल हाथी (me 3) जो परिक्षेत्र से लगे पैरी नदी को पार कर धमतरी जिला चला गया था। जो लगभग 13 दिन बाद एक बार फिर पैरी नदी को पार कर पांडुका परिक्षेत्र में प्रवेश किया । पर हैरानी की बात यह है कि हाथी आ गया और वन विभाग के धमतरी और वन मंडल गरियाबंद को पता भी नहीं चला न ही किसी प्रकार के ग्रुप के जानकारी शेयर
नही की गई। अचानक फिर हाथी आने की खबर हाथी मित्र दल के एक ग्रुप में मैसेज दिया गया जो लगभग 9बजकर 45मिनट को जतमाई माता मुख्य मार्ग पार किया ।इस प्रकार अचानक आय इस खतरनाक हाथी की जानकारी समय रहते शेयर नही किया गया।जबकि ग्रामीण अपने खेतों में फसल काटने जा चुके थे। ऐसे में बड़ी घटना होते होते टल गई नहीं तो कई लोग इसके चपेट में आ जाते और ग्रामीणों को खेतो से वापस बुलाया गया ।विभाग द्वारा जारी किए गए ग्रुप के मैसेज पर जब विजयनगर के पास होना बताया गया जो धीरे-धीरे बढ़ाते हुए तौरंगा की तरफ आया और तौरंगा के खेतों को पार करते हुए जतमई मार्ग मार्ग को पार कर यह दंतैल कक्ष क्रमांक 76 ,78 झरझरा मंदिर परिसर मुरमुरा की तरफ आगे बढ़ गया जिसकी निगरानी की जिम्मेदारी पांडुका परिक्षेत्र स्टाफ
एवम हाथी मित्र के द्वारा किया जा रहा है। फसल कटाई चल रहा है और अधिकतर लोग खेत खलिहानों में कार्य करने निकल गय थे ।जिन्हे फिर सचेत कर वापस बुलाया जा रहा है।वा सचेत किया जा रहा है। खेत खलियान और जंगल न जाए।एसे में वन विभाग और हाथी मित्र दल समय रहते आम जनता को आगाह नहीं किया तो विभाग की यह लापरवाही आम जनता पर भारी पड़ सकती है।