रानी श्याम कुमारी देवी के बाद किसी भी पार्टी से महिला उम्मीदवार नही बन पाई विधायक      महिला मतदाता ज्यादा होने के बावजूद महिलाओं को टिकट नहीं दिया जा रहा 

खबर हेमंत तिवारी   राजिम- छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए 9 अक्टूबर को आचार संहिता लागू हो गया है। और चुनाव की तारीखों का भी ऐलान हो चुका है ।जिसमे छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव होना है ।प्रथम चरण में 7 नवंबर को 20 विधानसभा और 17 नवंबर की 70 सीटो में मतदान होना है और गांव व कस्बा शहर के चौक चौराहों में लोग चुनाव संबंधित चर्चा करते हुए देखा व सुना जा सकता हैं। वही, राजिम विधानसभा क्षेत्र से महिला प्रतिनिधित्व की बात करे तो आजादी के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में 1952 में एकमात्र रानी श्यामकुमारी देवी ने ही प्रतिनिधित्व की थी। उसके बाद से अब तक इस विधानसभा क्षेत्र से कोई भी महिला प्रतिनिधि विधानसभा क्षेत्र की प्रतिनिधित्व नही कर पाई हैं। 1998 के विधानसभा चुनाव व 1999 के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने नीना सिंह को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन 1998 में पूर्व मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल से तो 1999 के उपचुनाव उसके बेटे अमितेश शुक्ल से चुनाव हार गए थे। वही छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से भी दोनों ही दलों ने किसी महिला नेत्री को प्रत्याशी नही बनाया गया। हालांकि 2013 के विधानसभा चुनाव में टिकट नही मिलने के कारण भाजपा से बगावत कर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्वेता शर्मा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन वे चुनाव में बुरी तरह हार गई। यहां तक कि उसे नोटा से भी कम वोट मिला। जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना था।,,,,राजिम विधानसभा में पुरूष मतदाता की अपेक्षा महिला मतदाता ज्यादा ,,,बता दे कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी किए गए मतदाताओं की सूची में राजिम विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 20 हजार 713 मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 9 हजार 201 तथा महिला मतदाता 1 लाख 11 हजार 510 है। वही, थर्ड जेंडर मतदाता 2 है। आंकड़े के अनुसार देखे तो विधानसभा क्षेत्र में पुरुष मतदाता की अपेक्षा महिला मतदाता 2309 ज्यादा हैं। जो हार जीत के अंतर में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। पर इस विधान सभा क्षेत्र की विडंबना ही है। की छत्तीसगढ़ राज्य बने 23 हो गया है पर किसी भी राजनीतिक दल से महिलाओं को उम्मीदवार ही नही बनाए जाना एक तरह का महिलाओं के साथ उपेक्षा ही है । ,,,आइए देखते है।राजिम विधान सभा सीट से अब तक के विधायकों की सूची-,,,1952- श्यामकुमारी देवी(कांग्रेस)1957- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1962- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1967- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1972- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1977- पवन दिवान(जनता पार्टी)1980- जीवन लाल साहू(कांग्रेस)1985- पुनीत साहू(भाजपा)1990- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1993- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1998- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1999- अमितेश शुक्ल(कांग्रेस)2003- चंदूलाल साहू(भाजपा)2008- अमितेश शुक्ल(कांग्रेस)2013- संतोष उपाध्याय(भाजपा)2018- अमितेश शुक्ल(कांग्रेस),,,विधानसभा चुनाव में निकटतम प्रतिद्वंदी-,,,,1957- रामविशाल शर्मा1962- रघपत राव महाडिक(जनसंघ)1967- रघपत राव महाडिक(जनसंघ)1972- पवन दिवान(जनता पार्टी)1977- श्यामाचरण शुक्ल(कांग्रेस)1980- पुनीत साहू(भाजपा)1985- जीवन लाल साहू(कांग्रेस)1990- अशोक बजाज(भाजपा)1993- अशोक बजाज(भाजपा)1998- नीना सिंह(भाजपा)1999- नीना सिंह(भाजपा)2003- अमितेश शुक्ल(कांग्रेस)2008- संतोष उपाध्याय(भाजपा)2013- अमितेश शुक्ल(कांग्रेस)2018- संतोष उपाध्याय(भाजपा)एवम वर्तमान में भाजपा से रोहित साहू के ऊपर दाव खेले है। आम आदमी पार्टी ने तेजराम विद्रोही को मौका दिया है ।पर कांग्रेस कार्यसमिति ने अभी तक छत्तीसगढ़ में एक भी सूची जारी नही की है।पर राजिम विधानसभा सीट से एक बार फिर वर्तमान विधायक अमितेश शुक्ल को पुनः उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाएं हो रहा है।पर अभी संशय बरकरार है। जो कुछ दिनों बाद क्लियर हो जाएगा ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *