सामाजिक कार्यकर्ता आशीष शर्मा को मिला पीएचडी उपाधि

गरियाबंद@लोकेश्वर सिन्हा । नगर के ऊर्जावान और सामाजीक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता डॉ आशीष शर्मा को पीएचडी की उपाधि प्राप्त हुई हैं। डॉ आशीष ने अपना शोध-कार्य डॉ प्रतिमा शुक्ला के निर्देशन पर कलिंगा विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विषय पर “आदिम जनजाति कमार के सामाजिक जीवन पर आधुनिकता का प्रभाव एक समाज शास्त्रीय अध्ययन गरियाबंद ज़िले के विशेष संदर्भ में किया गया है ।
उपाधि मिलने पर डॉ आशीष शर्मा ने कहा हैं कि क़मार जनजाति उन विशेष जनजातियों की श्रेणी में आता है, जिनकी जनसंख्या एक सीमित क्षेत्र में है। शासन द्वारा इनके संरक्षण के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का निरंतर प्रयास कर रही है, इनके सतत विकास के लिए कमार विकास अभिकरण का भी गठन किया गया है। उक्त शोध का अध्ययन कमार जनजाति के विकास में शासकीय विकास योजनाओकी भूमिका पर आधारित है। अध्ययन का उद्देश्य कमार जनजाति की पृष्ठभूमि, आर्थिक स्थिति, समस्याओं को ज्ञात करना तथा कमार जनजाति के विकास में शासकीय विकास योजनाओं की भूमिका का अध्ययन करना रहा है।
उपाधि मिलने पर क्षेत्र सहित नगर के लोगों में प्रसन्नता व्याप्त है। शुभचिंतकों का यहां तक कहना है कि इस तरह का कार्य कर युवाओं को समाज में अपनी भागीदारी निभानी होगी। उनकी इस सफलता पर यहां सामाजिक राजनीति क्षेत्र के लोग के अलावा पत्रकार गण, बड़े बुजुर्ग, शुभचिंतक सत्य प्रकाश मानिकपुरी, केसर निर्मलकर, गिरीश उपासने, पम्मन रोहरा, घनश्याम सिन्हा, के पी तिवारी, केशव साहू, भिखुभाई मयानी, अशोक शर्मा, हरीश ठक्कर, फरूख मेमन, मनोज वर्मा, जीवन एस साहू, अनिल चंद्राकर, गफ़्फू मेमन, राधेश्याम सोनवानी, गोरेलाल सिन्हा, सागर मयानी, प्रशांत मानिकपुरी, अजय रोहरा, लोकेश सिन्हा, राकेश साहू, रितेश यादव, शिव भिलेपारिया, थानेश्वर साहू, परस राम देवांगन, अश्वनी सिन्हा, मुकेश मिश्रा, शिवेष शुक्ला, वंशगोपाल सिन्हा, सुमित पारख, दीपक सरवैया, शेषनारायण गजभिये, धीरज सोनी, लोकु सिन्हा, विजय साहू, कुंदन सिन्हा, अतुल गुप्ता, आशीष तिवारी, अभिषेक डड़सेना इत्यादि ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी है।

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