भिलाई। महिला समृद्धि सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भिलाई की पहचान स्टील प्लांट से हैं, इसे नेहरू जी ने बसाया था।मातृशक्ति को हाथ जोड़कर नमन करता हूं। प्रणाम करता हूं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिलाएं सबसे आगे हैं। चाहे घर का काम हो या ऑफिस का सभी जगह महिलाएं आगे आकर काम कर रही हैं।
शुरू से ही छत्तीसगढ़ में महिलाओं को हमेशा बराबरी का स्थान मिला है। महिलाएं नौकरी भी कर रही हैं और घर के काम भी।
छत्तीसगढ़ में परिवार और समाज में महिलाओं का स्थान ऊंचा रहा है। लैंगिक अनुपात में भी छत्तीसगढ़ आगे है।
महिलाएं बच्चों के देख-रेख से लेकर पढ़ाई-लिखाई तक ,घर में काम करना, नौकरी भी करती हैं तो सबके लिए खाना बनाकर जातीं है और काम से लौटकर फिर सभी के भोजन का ध्यान रखती हैं।
पुरुष और महिलाओं के सहकार से हमारे यहां काम होता है। शुरू से ही छत्तीसगढ़ में महिलाओं को बराबरी का स्थान मिला है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने आर्थिक रूप से किसानों को मजबूत करने का काम किया। अभी प्रियंका जी ने स्टाल में देखा कि किस तरह से काम छत्तीसगढ़ में हो रहा है। बीपीओ खोले हैं। गारमेंट फैक्ट्री खोले हैं। कैसे आर्थिक संपन्नता आये, इस बात का प्रयास हम करते हैं।
राशन कार्ड हमने दिया। हाफ बिजली बिल आया। पहले भिलाई टाउनशिप में नहीं मिल रहा था अब यहां भी मिल रहा है।
राहुल गांधी हमेशा कहते हैं कि हर व्यक्ति को लगना चाहिए कि उनकी सरकार है। कोरोना काल में भी हमने प्रयास किया कि कैसे लोगों को आर्थिक मंदी से बचाएं।
आज हमारे छत्तीसगढ़ की बहुत सारी मितानिन बैठी हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बैठी हैं। पांच साल में मानदेय पांच हजार से बढ़ाकर दस हजार कर दिया। आज हमारी मितानिन बहन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में आये हैं। वे बहुत खुश हैं।
ओल्ड पेंशन स्कीम हमने लागू किया। डीए हमने बढ़ाया। स्वसहायता समूहों का कर्ज हमने माफ किया। बहनों को सशक्त करने हम लोगों ने महिला समूहों के कर्ज राशि की सीमा बढ़ा दी। हम तीन प्रतिशत ब्याज पर ऋण दे रहे हैं। वे सक्षम बनें और स्वावलंबी बने, इसके लिए हम कार्य कर रहे हैं। कन्या विवाह की राशि बढ़ा दी है।
जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका सेवा से पृथक होंगी तो उन्हें सहायता राशि दी जाएगी।
हमने हरेली की छुट्टी दी, तीजा की छुट्टी दी। हमने मुख्यमंत्री निवास में तीजा मनाया। मुझे लगता है कि आपमें से बहुत से लोग अभी मायके से लौटी होंगी। बोरे बासी को सम्मान देने का जो काम किया, वो हमने किया। हमारे खानपान की परंपराओं का सम्मान किया। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति कलेक्ट्रेट में लगाई। राजगीत को अपनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे मॉडल जैतखाम बनाने का काम हो, कृष्ण कुंज बनाने का काम हो। वनगमन परिपथ बनाने का काम हो।
हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन केंद्र को संवारने छत्तीसगढ़ महतारी संवर्धन योजना लागू करने की घोषणा मैं करता हूँ। हम हर तीन महीने में किसानों को पैसा दे रहे हैं। भूमिहीन श्रमिकों को पैसा दे रहे हैं। बटन दबाते हैं और पैसा किसानों के पास पहुँच जाता है।