रोशन सिंह@उतई।हिन्दी भाषा के अधिकाधिक प्रयोग एवं उसके प्रति अनुराग बढ़ाने के उददेश्य से मचान्दुर महाविद्यालय में ‘काव्य-गोष्ठी सह व्याख्यान’ का आयोजन हिन्दी विभाग एवं IQAC के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। काव्य- गोष्ठी में कला,वाणिज्य एवं विज्ञान के विद्यार्थियों ने अपनी पसंदीदा कवितओं का सस्वर पाठ किया।गणित के प्राध्यापक विकास कुमार ने दुष्यंत की प्रसिध्द गजल एवं अर्थशास्त्र की प्राध्यापक डॉ कल्याणी ने स्वरचित कविता सुनाई। इस आयोजन में शासकीय महाविद्यालय गुंडरदेही के प्राध्यापक डॉ अभिषेक पटेल ने मुख्य वक्ता के रूप में ‘कविता की समाज में भूमिका’विषय पर अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने आदिकवि वाल्मीकि,महाकवि तुलसीदास से लेकर आज के कवियों द्वारा रची जा रही कविताओं के सामाजिक अवदान और सामासिक संस्कृति के निर्माण में महती भूमिका को रेखांकित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं महाविद्यालय प्राचार्य एवं अंग्रेजी की प्राध्यापक डॉ नीरजा रानी पाठक ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कविताओं पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि भाषा हमारी भावनाओं के सम्प्रेषण का सशक्त माध्यम है। हिंदी भाषा में रचित साहित्य को पढ़कर ही भाषा पर दक्षता हासिल की जा सकती है। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ अंबरीश त्रिपाठी ने किया। प्रो एन एस एक्का ने आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक डॉ संगीता,डॉ नीलम ,सुश्री वर्षा,सुश्री जागृति एवं मुकेश कुमार सहित समस्त विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।