हेमंत तिवारी की कलम से
छुरा / सरकारी हॉस्पिटल की लापरवाही एक बार फिर आई सामने मृतक के परिजनों ने लगाया आरोप बताया कि साप काटने के बाद जप सिंग जीवित था और उसे 4 बजे अस्पताल लाया गया था और।जब उसे अस्पताल लाया गया तो सही समय पर इलाज नहीं होने की वजह से उसकी मौत हो गई जबकि उसे सांप काटने के बाद 108 की मदद से छूरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था और डॉक्टर की लापरवाही की वजह से व्यक्ति की मौत हो गई
विकासखंड छुरा के ग्राम पंचायत मूढ़ीपानी के एक कमार परिवार का हैं। सरकारी हॉस्पिटल में आदिवासी बेबस माँ बेटे की साँप काटने से मौत के बाद हॉस्पिटल के सामने रोते बिलखते हुए डॉक्टर पर लापरवाही और समय पर ईलाज नही करने का आरोप लगा कर न्याय की गुहार लगा रही थी। मौके पर एसडीएम छुरा ने जब कार्यवाही का आश्वसन दिया और पीएम के लिए शव भेजने लगे तो शव के सामने लेट गई मां और रोते हुए शव नही लेजाने व डॉक्टर को हटाने की जिद्द पर अड़ी रही लेकिन महिला पुलिस के द्वारा उसे जबरदस्ती हटाया गया, और शव को बिना परिजनों के पोस्टमार्टम के लिये ले जाया गया,हालांकि परिजन अभी भी शव को न्याय मिलने तक घर नही ले जाने की बात कह रहे है। परिजनों का आरोप है की साँप काटने के बाद सुबह ग्राम मूढ़हीपानी से जप सिंग कमार को हॉस्पिटल लाया गया था तब समय पर डॉक्टर नही आया जिससे इलाज नहीं होने से।जिससे जप सिंग दम तोड दिया।तो वही इस बारे में_________
__ चिकिसक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरा एसपी प्रजापति ,, परिजन झूठ बोल रहे हैं कोई भी सांप काटे व्यक्ति चार घंटा तक जीवित रहता है परिवार का आरोप गलत है। व्यक्ति रास्ते नहीं मर गया था।_________________ एस डी एम छुरा भूपेंद साहू ने पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण का पता चल पाएगा वा उसके उपरांत ही उचित कार्यवाही की जाएगी।