आसकरण जैन की कलम से,,,
जामगांव आर। कृष्ण जन्माष्टमी जामगांव आर सहित छेत्र के गावो में बच्चो को कृष्ण राधा बनाकर गांव की गलियों में दही लूट कराते हुए बड़ी धूम धाम से गुरुवार को मनाया गया।सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जामगांव आर में कृष्ण जन्माष्टमी समर्पण भवन सभागार में समारोह आयोजित कर मनाया गया।जिसमे 20 नन्ही बालिकाओं ने राधा का वेश धारण कर 8 कृष्ण वेश वाले नन्हे बालको के साथ भव्य जुलूस के बीच नगर के गलियों में दही लूट किए।इस मनमोहक दृश्य को देश नगरवासी मंत्र मुग्ध होते रहे।विद्यालय समारोह में राधा कृष्ण वेश भूषा प्रतियोगिता हुई ।गायन प्रस्तुति भी छात्राओं एवम आचार्य दीदियों ने दिए।छात्राओं एवम दीदियों ने सामूहिक गायन प्रस्तुति दिए।
दुर्लभ मानव जीवन को सार्थक बनाने का संदेश मिलता है भ0 कृष्ण से,,,,, अतिथि साहू समाज के परिक्षेत्रीय पूर्व अध्यक्ष कामता प्रसाद साहू ने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य है इन्हे अभी से पता होना चाहिए की दुर्लभ मानव जीवन में जीवन को सार्थक बनाने के लिए कर्म प्रधान होती है।अच्छे कर्म करने वालो को अच्छा और बुरे कर्म करने वाले को बुरा फल मिलता है।वैसे भी इस विद्यालय में संस्कार की गंगा बहती है जो पालक जितना चाहे अपने बच्चे को संस्कार युक्त बनाने लाभ उठा सकते है
।संस्कार से कर्म का गहरा नाता है,,,,अतिथि दाऊ ललित चंद्राकर ने कहा कि संस्कार युक्त शिक्षा का लाभ उठाकर इस विद्यालय से छेत्र के अनेकों बच्चे अपने भविष्य को संवारते हुए माता पिता के आज्ञाकारी बने हुए है।भगवान कृष्ण के बताए मार्ग पर चलना, संस्कार युक्त शिक्षा से ही संभव है। संस्कार का कर्म से गहरा नाता है।श्रीकृष्ण ने कर्म को पतवार बनाकर संसार सागर पार करने का मार्ग बताया है,,,प्राचार्य पीएल बारले ने कहा कि संस्कार से संस्कृति का है गहरा नाता। भारत की संस्कृति महापुरुषों की जयंती पर उनका गुणानुवाद कर भावी पीढ़ी को कर्म प्रधानता के साथ जीना सिखाती है।प्रेरणादाई बनती है। ममता दीदी हथेश्वर साहू वोमेशवर ने भी विचार रखे
।ये राधा कृष्ण हुए सम्मानित,,,, मिनाक्षी कक्षा तृतीय ,यशिका कक्षा प्रथम,लोकमान्य कक्षा चतुर्थ ,उपासना कक्षा सप्तम राधा के रूप सम्मानित किए गए। कृष्ण के रूप में पूर्व प्राथमिक से दावेंद्र ,ईशान यांश एवम कक्षा द्वितीय से जिगर सम्मानित किए गए।
संचालन प्रधानाचार्य भूमिका साहू ने किया।आभार मिडिल प्रधानाचार्य पवन बंछोर ने किया।