छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य फेडरेशन के आव्हान पर 21 अगस्त से जारी अनिश्चितकालीन आंदोलन के दौरान हड़ताली कर्मचारियों से चर्चा न कर शासन संवादहिनता बनाए हुए है। इसके फलस्वरुप विगत 12 दिनों से लगातार आंदोलन जारी है। कर्मचारी नेता विजय कुमार झा एवं स्वास्थ्य संयोजक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता, नर्स कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष रीना राजपूत ने कहा है कि बस्तर में कांग्रेस को हराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संकल्प ले लिया है। इसीलिए बस्तर में हड़ताली 296 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है। हमेशा हड़ताल के दौरान सरकार व कर्मचारी संघ के बीच में ही चर्चा व निर्णय होता है। किसी एक ब्लॉक,जिला, तहसील के अधिकारी को निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं होता है। राज्य शासन द्वारा ऐसा कोई आदेश से निर्देश जारी नहीं किया गया है। किंतु बस्तर के अधिकारी अफसरशाही लागू करते हुए स्वेच्छाचारिता से बर्खास्तगी का निर्णय लेकर ऐन चुनाव के समय गंगाजल की कसम खाने वाली कांग्रेस सरकार को अब राम तेरी गंगा मैली हो गई कि इस स्थिति में ला दिया है। नेताद़य आंदोलनकारिर्यों की बर्खास्तगी की निंदा करते हुए आंदोलन को और तेज करने का संकल्प लिया है।