*कांकेर। बस्तर संभाग में सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों से लूट का सिलसिला निरंतर जारी है, बस्तर संभाग में आप किसी भी विभाग में चले जाइए चाहे कांकेर जिला हो या सुकमा हो या कोंडागांव या की दंतेवाड़ा जिला प्रत्येक जिले के किसी भी विभाग की बात कर ले, शिक्षा विभाग की बात हो स्वास्थ्य विभाग कोई भी विभाग रिटायर होने वाले कर्मचारियों से लूटने के मामले में पीछे नहीं है। सरकार के द्वारा बार बार सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों के स्वत्वों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए जाते है किंतु अधिकारी और उनके मातहत कर्मचारी हैं कि पेंशनरों को लूटने में पीछे बिलकुल भी नहीं हैं। छत्तीसगढ़ पेंशनर समाज कांकेर के सदस्य हेमंत टांकसाले, प्रधान अध्यापक कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष दीपक झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अवगत कराया है कि शिक्षा विभाग एवम स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ अन्य सभी विभागों में भी सेवानिवृत होने वाले शिक्षकों एवम कर्मचारियों से लूट का सिलसिला बदस्तूर धडल्ले से जारी है इसमें विभाग के उच्च अधिकारियों की भी मिलीभगत है। दोनो कर्मचारी प्रतिनिधियों ने अवगत कराया है की केवल पेंशन प्रकरण तैयार करने में ही शिक्षकों एवम कर्मचारियों से तीस से चालीस हजार रुपए ऐंठ लिए जाते हैं कोंडागांव जिले के फरसगांव विकासखंड में तो शिक्षकों से सत्तर हजार से लेकर एक लाख रुपए की मांग की जाती है। शिक्षकों एवम कर्मचारियों के सेवानिवृत होने के बाद उसके स्वत्वो के आहरण में हिला हवाला किया जाता हैं तथा प्रकरणों के निराकरण में जान बूझकर लेट लतीफी की जाती है। दोनो कर्मचारी प्रतिनिधियों दीपक झा एवम हेमंत टांकसाले ने बस्तर संभाग के आयुक्त एवम सभी जिला कलेक्टरों से अपील की है की सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों के प्रकरणों में सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उनके स्वत्वों के तत्काल आहरण /निराकरण हेतु जिला अधिकारियों को निर्देशित करने का कष्ट करें*