राष्ट्रपति के मंजूरी के 7 साल बाद भी जामगांव आर ब्लाक घोषणा अधर में लटकी पड़ी है ,चुनाव सिर पर फिर भी,,भूपेश पर अभी भी भरोसा है,,,,

जाम् गांव आर से आसकरण जैन की कलम से,,,,

जामगांव आर। राष्ट्रपति के मंजूरी के 7साल बाद भी जामगांव आर ब्लाक घोषणा अधर में लटकी पड़ी हैं।चुनाव सिर पर है आचार संहिता लगने के लिए मात्र 4 माह बाकी है फिर भी अपने विधायक मुख्यमंत्री भूपेश पर अभी भी भरोसा है,,,,, चाचा भतीजा के वर्चस्व वाले पाटन विधानसभा के ख्यातीनाम जामगांव आर को भतीजा विजय बघेल ने अपने संसदीय सचिव कार्यकाल में शासकीय कालेज भव्य भवन सहित उपहार देकर शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में चारचांद लगा दिया। शासकीय कालेज जामगांव आर वरदान साबित हो रही है। जामगांव आर के इतिहास में विजय बघेल का नाम स्वर्णिम अक्षरों में अमिट हो गया है। विधायक भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बने 5 साल इस वर्ष पूर्ण होने जा रहा है।जामगांव आर को ब्लाक बनाने की घोषणा राष्ट्रपति के मंजूरी के 7 साल बाद भी अभी तक अधर में लटकी हुई हैं जबकि पंचवर्षीय चुनाव आचार संहिता के लिए मात्र 4 माह ही शेष बचे है।हमारा विधायक मुख्यमंत्री फिर भी जामगांव आर ब्लाक नही बनाना इतिहास के पन्नो में आश्चर्य चकित ढंग से अंकित होगा।अभी तक जामगांव आर को ब्लाक की घोषणा नही किए जाने से लोग ठगा हुआ महसूस करने लगे हैं।फिर भी भूपेश पर भरोसा की आश टिकी हुई है पाटन को जिला और जामगांव आर को ब्लाक बनाकर विधायक भूपेश मुख्यमंत्री बनने का उपहार आमजनता को अवश्य देंगे।राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ब्लाक घोषणा 7 साल से अधर में लटकी है,,,,, ब्लाक बनाने की प्रक्रिया मार्च 2013 में प्रारंभ हुई सितम्बर 2016 राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने की खबरे सामने आई।सितम्बर 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह सरकार से आम जनता ने जामगांव आर ब्लाक घोषणा की फरियाद किये।घोषणा नही हुई और 15 सालो की भाजपा सरकार भी चली गयी।अपने विधायक के मुख्यमंत्री बनते ही आम जनता में आशा की किरण तेज होना स्वाभाविक था , एक प्रतिनिधि मंडल 25 जनवरी 2019 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर जामगांव आर को ब्लाक घोषणा करने आवेदन सौपे लेकिन आज पर्यन्त घोषणा अधर में लटकी हुई है।चुनावी सत्र 2023 में पहले की तरह इस बार भी राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी 2023 गणतंत्र दिवस पर जामगांव आर को ब्लाक घोषणा की बेताबी से बाट जोह रहे थे,लेकिन निराशा हाथ लगी। लाभान्वित होने वाले 45 ग्रामपंचायतो के 85000 आमजनता। लोगो का कहना है कि पाटन की चमचमाती बदलती तस्वीर और मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में जिला घोषणा की शैली, पाटन के 5 बार विधायक आसन्दी पर विराजमान होकर मुख्यमंत्री तक का सफर संदेह विहीन संकेत देता है कि पाटन का जिला बनना तय है और पाटन जिला में विकास खण्ड की दरकार को जामगांव आर ब्लाक पूर्ण करने में पूरी तरह न्याय संगत है।2023 में सौभाग्य या दुर्भाग्य का इतिहास लिखा जाना तय है,,,,भारत की स्वतंत्रता में पाटन ने अहम भूमिका निभाई थी।स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों से गौरान्वित पाटन ने रनिंग पंचवर्षीय में विधायक भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री और विजय बघेल को सांसद बनाकर और वह भी दोनों एक दूसरे के धुर विरोधी समझे जाने वाले नेताओं को इतिहासिक बहुमत से विजयी बनाकर पाटन की धरती ने गौरव गाथा में चारचांद लगाया है।दोनो नेताओ के सपने पूरे हुए।अब बारी है पाटन को जिला और जामगांव आर को ब्लाक बनाकर पाटन विधानसभा की जनता का सपना पूरा करने का ? इतिहास तो बनना तय है जिला और ब्लाक के सौभाग्य या दुर्भाग्य का ।। आमजनता के उक्त सपने पूर्ण करने में कामयाबी मिली तो सौभाग्य और कामयाबी नही मिलेगी तो दुर्भाग्य का इतिहास के स्वर्णिम पन्नो में अंकित हो जाएगा। निर्भर करता है इन कद्दावर नेताओ पर जिस जनता ने इन नेताओं के सपने पूरे किए।उनके सपने पूरे करने में ये खरा उतरते हैं या नही पंचवर्षीय चुनाव सत्र 2023 में साफ हो जाएगा। ये पब्लिक है सब भली भांति जानती है सारे पेंडिंग कार्य या सरप्राइस काम चुनावी वर्ष में अवश्य निपटाए जाते है क्योंकि नेता जानते है उन्हें सम्भालने या निपटाने वाले आमजनता ही होते है।जामगांव आर ब्लाक से 85 हजार आमजनता को मिलेगा लाभ,,,, 100 वर्ष पुराने व्यापारिक केंद्र जामगांव आर को ब्लाक बनाने की मुहिम प्रशासन स्तर पर मार्च 2013 में प्रारंभ हुईजून 2013 में विकास खण्ड पुनर्गठन आयोग के समक्ष जामगांव आर को ब्लाक बनाने का दावा पूर्ण मजबूती के साथ निर्विरोध सामने आया।दावा में बताया गया कि 45 ग्राम पंचायतों के 85 हजार जनता को जामगांव आर ब्लाक का सीधे लाभ मिलेगा जिसमे से 35 ग्रामपंचायतों की जामगांव आर से दूरी महज 8 से 10 किलोमीटर है ही है शेष 10 ग्राम पंचायत 14 से 17 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। विकास खण्ड प्रारंभ करने लायक वैकल्पिक संसाधन जामगांव आर में उपलब्ध नजर आ रही है।लम्बे समय बाद जामगांव आर में प्रारंभ हुए थाना शांतिप्रियता के लिए वरदान सावित हो रही है। जामगांव आर को कालेज देकर विजय ने बनाया इतिहास,ब्लाक घोषणा करना भूपेश की बारी ,,,,अनेको विधायक मंत्री आये और चले गए लेकिन प्रदेश में भाजपा के शासन काल मे तत्कालिक संसदीय सचिव विजय बघेल ने जामगांव आर में शासकीय कालेज भवन सहित सुसज्जित स्थापना कराके स्वर्णिम इतिहास की रचना किये जो एरिया के 40 गांवों में शिक्षा की ऐसी रोशनी फैलाई कि अब गांव गांव में ग्रेजुएट बहु बेटियां बेटो की लंबी लाइन तैयार होते जा रही है।जामगांव आर को ब्लाक बनाने के लिए मुख्यमंत्री बने अपने विधायक से आशा करना आमजनता का हक है।आमजनता की हक में खरा उतरने से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम स्वमेव स्वर्णिम इतिहास की रचना में अंकित हो जाएगी। विदित हो भूपेश बघेल जब प्रदेश में राजस्व मंत्री थे तब जामगांव आर में उप तहसील प्रारंभ हुआ था जिससे 35 ग्रामो की आमजनता आज लाभांवित हो रही है।भाजपा ने नही की ब्लाक घोषणा सरकार चली गई ,,जामगांव आर से पाटन 19 कि मी,दुर्ग 36 कि मी धमतरी 32 कि मी रायपुर राजनांदगांव बालोद 55 कि मी सड़क मार्ग से दूरी पर केंद्र में स्थित है।जामगांव आर में शासकीय कालेज , दो हायरसेकेंडरी स्कूल थाना, उपतहसील ,एवं 100 वर्ष पुराना व्यापारिक केंद्र की एक सुविधाओ का जीवन्त लाभ लगभग 40 ग्रामो के ग्रामीण लेते है।इतने वर्षो में कोई यह स्पष्ट नही कर पाए कि जामगांव आर को ब्लाक बनाने की सभी औपचारिकता पूर्ण होने के बाद भी शासन घोषणा क्यो नही कर पा रही है अधिकारियों के पास रटारटाया उत्तर होता है यह मामला शासन स्तर का है और नेता गण तो आश्वासन देने में माहिर है।भाजपा ने जामगावआर को ब्लाक घोषणा नही किया सरकार चली गई कांग्रेस भी नही कर पा रही घोषणा,,,,,

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