खबर हेमंत तिवारी पाण्डुका /वन परिक्षेत्र पांडुका के अंतर्गत जंगल से लगे ग्रामपंचायत तौरेंगा में एक बार फिर तेंदुए ने एक गाय को अपना शिकार बनाया है बता दे कि इस जंगल से जंगली जानवरो का परंपरागत शिकार खत्म हो गया है ।या कहा जाय की खत्म होने के कगार पर है । और बीते कुछ साल में तेंदुए के संख्या में इजाफा हुआ है । जिस कारण यहा जंगली जानवर अब पालतू मवेशियों को अपना शिकार बना रहे हैं ।यह पहला मामला नहीं है कि किसी पालतू मवेशी का शिकार बनाया गया हो अवैध शिकार से पूरी तरह खत्म हो चुके हिरण की प्रजाति इन जंगली जानवर तेंदुए, शेर ,भालू के परम्परा गत शिकार है । पर इंसानी लालच के चलते जंगली जानवरों का शिकार हो रहा है । और जिस कारण जंगली जानवर धीरे-धीरे गांव की ओर रुख कर रहे हैं ।और मवेशी को शिकार कर रहे ।यह घटना बीती सोमवार रात की है ग्राम तौरेंगा के मौलीपारा से आधा किलो मीटर दूर जतमई मार्ग में सड़क से 20 मीटर दूरी पर स्थित है।गाय का शिकार किया गया।है ।आसपास तेंदुए और गाय के बीच काफी देर तक लड़ाई हुवा होगा क्यों की आसपास दोनो के पैरो के निशान है और गाय अपनी जान बचाने तेंदुए के साथ भीड़ गई पर अधेड़ गाय अपनी जान बचाने में कामयाब नहीं हो सकी होगी । जिस प्रकार से तेंदुए ने गाय को अपना निवाला बनाया है इसमें लगता है कि यह एक तेंदुआ का काम नहीं होगा क्यों की आधे से ज्यादा मृत गाय के शरीर को खा चुके हैं जिससे लगता है कि यह दो तेंदुए का काम हो सकता है बता दे कि वन परिक्षेत्र पांडुका के सांकरा तौरेंगा दीवना , कुसुमपानी और जतमई के जंगल में तेंदुए की संख्या में इजाफा हु वा है । मृत मवेशी गाय किसका है अभी अज्ञात है ।