लोकेश्वर सिन्हा@ गरियाबंद । कलेक्टर प्रभात मलिक के दिशा-निर्देश एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग अशोक कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में गरियाबंद जिले के ग्राम पंचायत खरखरा ब्लॉक मुख्यालय छुरा से लगे हुए गांव पंडरीपानी विशेष पिछड़ी जनजाति गरीब परिवार में दो बहने और एक भाई की परवरिश उनकी बूढ़ी दादी करती है। इसके लिए दादी को स्कूल में जाकर खाना बनाना पड़ता है। आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर परिवार में रह रहे बच्चों को मिशन वात्सल्य योजना, महिला एवं बाल विकास अंतर्गत स्पॉन्सरशीप (प्रवर्तकता कार्यक्रम) अंतर्गत लाभ दिलाने हेतु विभाग द्वारा तत्काल सामाजिक गृह जांच कराया गया व मापदंड संबंधी दस्तावेजों का परीक्षण किया गया जिसमें पाया गया बच्चों का बैंक खाता एवं संरक्षक का आय प्रमाणपत्र नहीं बना हुआ है। इसी तरह नगर पंचायत छुरा के आवासपारा में वृध्द कुमार यादव अपने पोते और पोती के साथ कई वर्षों से निवास कर रहे हैं। उनकी बहू दूसरे बच्चे को जन्म देते ही चल बसी। आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर परिवार में रह रहे बच्चे को मिशन वात्सल्य योजना, महिला एवं बाल विकास अंतर्गत स्पॉन्सरशिप (प्रवर्तकता कार्यक्रम) अंतर्गत लाभ दिलाने हेतु विभाग द्वारा सामाजिक गृह जांच कराया गया व मापदंड संबंधी दस्तावेजों का परीक्षण किया गया जिसमें पाया गया बच्चों का बैंक खाता एवं संरक्षक का आय प्रमाणपत्र, बच्चों का आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र (माता) आदि नहीं बना हुआ है। स्पॉन्सरशिप योजना से उक्त बच्चों को लाभ दिलाने हेतु मापदंड को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दस्तावेजों को तैयार किया जा रहा है। आवश्यक दस्तावेज के तैयार होते ही अतिशीघ्र स्पॉन्सरशिप योजना से लाभ दिलाया जाएगा।