दुर्ग जिले के उपार्जन केंद्रों से 99 प्रतिशत हुआ धान का उठाव

दुर्ग। कलेक्टर पुष्पेन्द्र्र कुमार मीणा ने खाद्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिले के किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का उठाव उपार्जन केंद्रों से तेजी के साथ किया जा रहा हैं। जिले में स्थित 98 उपार्जन केंद्रों से 99.63 प्रतिशत धान का उठाव किया जा चुका है। किसानों से खरीदे गए 4 लाख 31 हजार 318 मीट्रिक टन धान में से 4 लाख 29 हजार 703 मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका हैं। उपार्जन केंद्रों में केवल 1 हजार 616 मीट्रिक टन धान उठाव के लिए शेष है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव लगातार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मिलरों को अधिक संख्या में धान का उठाव तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएमओ ने बताया कि धान उपार्जन केंद्रों में धान जाम की स्थिति नहीं हैं। समय सीमा में केंद्रों से धान का उठाव कर लिया जाएगा। जिले में 1 लाख 4 हजार 967 किसानों ने पंजीयन कराया था जिसमें से 1 लाख 1 हजार 607 किसानों धान बेचा।

संग्रहण केंद्रों में धान प्राप्ति की प्रगति- अन्य जिलों से भण्डारण का लक्ष्य 45 हजार रखा गया है। जिनमें से 10799 को परिवहन का आदेश दिया गया है। 10723 केंद्रों में धान का संग्रहण किया गया है। 2574 का डीओ जारी किया गया है। वर्तमान में धान का उठाव नहीं किया गया है, 10723 उठाव हेतु शेष है।

जिले के उपार्जन केंद्रों में अन्य जिलों के मिलरों द्वारा उठाव- धान उठाव हेतु 27582 उपार्जन केंद्रों को डीओ जारी किया गया है। सभी केंद्रों के द्वारा धान उठाव कर लिया गया है। वर्तमान में शेष नहीं है। अन्य जिलों को मिलरों को धान उठाव हेतु 320520 को को डीओ जारी किया गया है। जिनमें से 316163 मिलरों के द्वारा धान का उठाव कर लिया गया है तथा 4357 मिलरों के द्वारा धान का उठाव नहीं किया गया है।

कुल चावल जमा – 4 लाख 99 हजार 8 मीट्रिक टन चावल का लक्ष्य रखा गया है, 7 लाख 42 हजार 89 मीट्रिक टन धान का लक्ष्य रखा गया है। 7 लाख 26 हजार 823 को डीओ जारी किया गया है, जिनमें से 7 लाख 18 हजार 283 मीट्रिक टन चावल का उठाव किया गया है। धान उठाव अनुसार अनुपातिक चावल 4 लाख 86 हजार 984 मीट्रिक टन चावल, जमा चावल 2 लाख 32 हजार 290 मीट्रिक टन, अनुपातिक चावल अनुसार जमा करने योग्य अनुसार शेष 2 लाख चौवन हजार 694 मीट्रिक टन टन जमा हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *