ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया है. वे 96 वर्ष की थीं. उनकी तबियत बुधवार से खराब चल रही थी, जिसके बाद उन्हें डॉक्टरों की गहन निगरानी में रखा गया था. गुरुवार को उनके देहांत की घोषणा की गई. उनके निधन पर ब्रिटेन में राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है और देश के राष्ट्रीय झंडे झुका दिए गए हैं. वहीं कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
गुरुवार दोपहर ली अंतिम सांस
शाही परिवार ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने गुरुवार दोपहर में शांति के साथ बल्मोरल में अंतिम सांस ली. वे ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा लंबे समय तक शासन करने वाली शाही परिवार की सदस्य थीं. अंतिम संस्कार के लिए उनका पार्थिक शरीर शुक्रवार को लंदन ले जाया जाएगा.
डॉक्टरों ने जताई थी सेहत पर चिंता
इससे पहले शाही परिवार के राजमहल बकिंघम पैलेस ने गुरुवार सुबह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की तबियत अचानक बिगड़ जाने और उन्हें मेडिकल सुपरविजन में रखे जाने की सूचना जारी की थी. डॉक्टरों ने उनके चेक अप के बाद सेहत को लेकर गंभीर चिंता जताई थी. उन्होंने महारानी को लगातार गहन चिकित्सा निगरानी में रखने की जरूरत पर बल दिया था.
21 अप्रैल 1926 को लंदन में हुआ था जन्म
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन के मेफेयर इलाके की ब्रुटन स्ट्रीट पर हुआ था. वे यॉर्क के ड्यूक और डचेस की पहली संतान थीं. उनके पिता बाद में ब्रिटेन के राजा जार्ज-6 बने मां क्वीन एलिजाबेथ बनीं.
सरकार ने चलाया ‘लंदन ब्रिज’ ऑपरेशन
सूत्रों के मुताबिक महारानी एलिजाबेथ की तबियत बुधवार से ही खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने गुरुवार सुबह दम तोड़ दिया. हालांकि महारानी के निधन से देश में अराजकता न फैले, इसे ध्यान में रखते हुए ब्रिटिश सरकार ने पूरी योजना के साथ ‘लंदन ब्रिज’ नाम से ऑपरेशन करके उनकी मौत की खबर को तयशुदा प्लान के साथ ब्रेक किया.