पाटन। सदगुरु कबीर आश्रम सेलूद(बावाकुटी) में 21 मई से दो दिवसीय विराट संत समागम समारोह एवं भंडारा की शुरुवात पूज्य संत गुरुजनों द्वारा गुरु महिमा के पाठ के साथ हुई।
गौरतलब हो कि कबीर आश्रम सेलूद में विगत दो वर्षों तक कोरोना संक्रमण के कारण संत समागम का आयोजन नही हो पाया था। दो साल बाद पुनः संत समागम के आयोजन से श्रद्धालुओं में उत्साह है।
साहित्य वेदान्ताचार्य सुकृत शास्त्री ने सन्त समागम में कहा कि सदगुरु की बानी महान हैं।सदगुरु की वाणी ज्ञान की आँख है, यह आत्मसात करके ही जाना जा सकता है। हमारे जीवन में संसार का ही झगड़ा नहीं, अपना भी झगड़ा हमें उलझाए रखता है, जिससे मुक्ति तभी संभव है जब ज्ञान रूपी दृष्टि की सृष्टि हो।
शरीर मे मैल लग जाता है तो उसे साबुन से धोया जा सकता है लेकिन मन में विकार आ जाये तो साबुन से नही धोया जा सकता बल्कि मन के मैल को सत्संग से ही धोया जा सकता है। वर्तमान परिवेश में समाज की स्थिति ऐसी है कि नदी तालाब में डूब कर मरने वाले कम है लेकिन समाज में शराब की बोतल में डूबकर मरने वाले लाखों है। समाज मे बढ़ रही नशापान पर प्रहार करते हुए जितना पैसा शराब भट्टी में देते है उतना पैसा आप सब बचाएंगे तो आपके परिवार की विकास में लग सकती है।
शास्त्री साहेब ने कहा बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी दीजिये बच्चे जब छोटे होते हैं तो कच्ची मिटटी की तरह होते हैं। आप जिस रूप में चाहें उन्हें ढाल सकते हैं। अगर उनकी आप गलत हरकतों पे खुश नहीं होंगे तो वे उन्हें नहीं करेंगे। और अगर आप उनकी अच्छे कामों को प्रोत्साहित करेंगे तो वे और अच्छा काम करने के लिए उत्साहित होंगे। बच्चों के अच्छी कामो को प्रोत्साहित करें और बुरे काम को बढ़ावा न दें। आप के बच्चे अवश्य बड़े होके एक अच्छे और संस्कारी इंसान बनेंगे।
मौके पर प्रमुख रूप से लिमतरा आश्रम के पंचम साहेब शास्त्री, छोटे महंत परमेश्वर साहेब,जितेंद्र साहू, उतई नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेन्द्र हिरवानी,मंडी अध्यक्ष अश्वनी साहू,भूपत साहू, खेमलाल साहू,प्यारेलाल साहू,हितू साहेब, हीरा साहेब सहित अन्य उपस्थित थे।
रविवार को सन्त समागम एवं भोजन भंडारा में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू,मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल, ओएसडी आशीष वर्मा,जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष जवाहर वर्मा, कृषि उपज मंडी बोर्ड अध्यक्ष अश्वनी साहू, सरपंच खेमीन साहू सहित अतिथि शामिल होगे।