- स्वास्थ्य संचालक के निर्देशानुसार सीएमएचओ ने जिले सभी बीएमओ समेत सिविल सर्जन को आवश्यक कार्रवाई के लिए दिया मार्गदर्शन।
भुवन पटेल@कवर्धा। कोविड की तीन लहर झेल लेने के बाद अब एक नए वेरिएंट एक्स ई की पहचान विशेषज्ञों द्वारा कर ली गई है। छतीसगढ़ में इस वेरिएंट से जनता को बचाने व रोकथाम की तमाम व्यवस्था पुख्ता करने के लिए स्वास्थ्य संचालक की ओर से सभी जिलों को पत्र कर निर्देशित किया गया है।
उक्त निर्देश के परिपालन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी ने सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों व जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को तमाम व्यवस्था पुख्ता करने के लिए मार्गदर्शन दिया है। सीएमएचओ डॉ मुखर्जी ने इस सम्बंध में बताया कि कोविड का खतरा टला नही है, इसके नए वेरिएंट एक्स ई की पहचान के बाद तेजी से कंट्रोल प्रोग्राम किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिले में रैपिड एंटीजन जांच बढ़ाये जा रहे हैं। चूंकि कोविड के नए वेरिएंट एक्स ई का ट्रांसमिशन रेट अधिक है, अतः प्रसार की सम्भवना भी अधिक है , इसलिए समस्त शासकीय व निजी अस्पतालों में आने वाले सर्दी, बुखार, खाँसी, बदन दर्द आदि के मरीजों का कोविड टेस्ट अनिवार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसी भी माध्यम से कोविड प्रकरण सामने आने पर पूर्व की भांति ही उनका उपचार व देखभाल किया जाएगा, इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। लक्षण वाले मरीजों का एंटीजन के साथ साथ आर पी आर टेस्ट भी अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। डॉ मुखर्जी ने कहा कि कोविड नियंत्रण के लिए राज्य से इस सम्बंध में समय-समय पर जैसा निर्देश व मार्गदर्शन मिलेगा उसके अनुरूप नियंत्रण टीम के माध्यम से कार्य सुचारू रखे जाएंगे।
कोविड टीकाकरण आवश्यक, सतर्कता जरूरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुखर्जी ने बताया कि फिलहाल जिले में एक्स ई के प्रकरण नही हैं, लेकिन कोविड के आने वाले सभी प्रकरणों को नए वैरिएंट का मानकर ही उपचारित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिले में 1 ही कोविड मरीज है, जिसको उपचारित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 24508 लोग कोविड से स्वस्थ हो चुके हैं। डॉ मुखर्जी ने लोगों से अपील किया है कि कोविड गाइड लाइन का पालन करें और कोविड टीकाकरण के सभी डोज अवश्य लगवाएं। उन्होंने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, मीडिया जनों , समाजिक संगठनों से अपील किया है कि अपने आसपास छूटे हुए लोगों को कोविड टीकाकरण अवश्य कराने के लिए प्रेरित करें।