दुर्ग(न्यूज24 कैरेट/सतीश पारख) दुर्ग नगर निगम के पूर्व पार्षद विजय जलकारे का लापता हुआ 15 वर्षीय बेटा मिल गया है। साइबर सेल की टीम ने उसका लोकेशन ट्रैस करके राजस्थान के बीकानेर जिले में उसे पकड़ा। फिलहाल बच्चे को चाइल्ड हेल्प लाइन बीकानेर के पास रखा गया है। दुर्ग पुलिस की एक टीम वहां पहुंच चुकी है। वह अपने साथ किशोर को लेकर दुर्ग के लिए निकल चुकी है।
23 मार्च की शाम 4 बजे से 15 वर्षीय श्रेयस जलकारे दुर्ग के दीपक नगर स्थित अपने घर से लापता था। वह अपने साथ अपना मोबाइल तो ले गया था, लेकिन उसे स्विच ऑफ करके रखा हुआ था। मोहन नगर पुलिस गुमशुदगी दर्ज करने के बाद उसकी तलाश में जुटी थी। किसी को पता न चले इसके लिए श्रेयस ने अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया था। जब उसने अपने मोबाइल में दूसरा सिम डाला तो उसका लोकेशन ट्रैस हो गया। उसका लोकेशन राजस्थान राज्य के बीकानेर जिले के पोटगेट थाना अंतर्गत दिखाई दिया।
दुर्ग साइबर सेल की टीम ने बिना समय गंवाए पोटगेट पुलिस व चाइल्ड हेल्प लाइन से संपर्क किया। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने किशोर को पकड़कर चाइल्ड हेल्प लाइन के हवाले किया। दुर्ग पुलिस की एक टीम बुधवार को राजस्थान के लिए रवाना हुई और आज श्रेयस को अपने साथ दुर्ग लाएगी।
ये है पूरा मामला
पूर्व पार्षद विजय जलकारे का बेटा श्रेयस बुधवार 23 मार्च शाम 4 बजे से लापता था। वह 9वीं कक्षा का छात्र है। काफी तलाश के बाद परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मोहन नगर थाने में दर्ज कराई थी। श्रेयस के सेक्टर 2 निवासी एक दोस्त ने बताया कि उसका 9वीं का पेपर बिगड़ गया था।
स्कूल में रिजल्ट जारी करने से पहले सभी बच्चों को उनके मार्क्स दिखाते हैं। उसमें श्रेयस के मार्क्स काफी कम थे। उसे पता हो चुका था वह फेल हो जाएगा। इससे वह काफी परेशान था। उसने अपने दोस्त से कहा भी था रिजल्ट आने से पहले वह 23 मार्च को बिना किसी को कुछ बताए घर छोड़कर चला जाएगा। वह ऑनलाइन गेम खेलने का भी आदी हो गया था।