मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले के 17 हजार एनिमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के लिए घर-घर पहुंचाया जा रहा है सूखा राषन

उत्तर बस्तर कांकेर. नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए राज्य शासन के निर्देषानुसार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले के 17 हजार 326 एनिमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के लिए घर-घर राषन पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत एनिमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को 02 अक्टूबर 2019 से गर्म भोजन देने शुरूआत किया गया है। वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा 25 मार्च से 21 दिवस का लॉकडाउन आदेष जारी किया गया है, जिसके परिपालन में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत हितग्राहियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रदान किये जाने वाले गर्म भोजन की व्यवस्था बंद हो गई है, जिससे मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। लॉकडाउन अवधि 21 दिन के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 06 वर्ष तक के 9 हजार 277 कुपोषित बच्चे एवं 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग की 08 हजार 49 एनिमिक महिलाओं को स्व-सहायता समूह एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर जाकर सूखा राषन जैसे-चांवल, दाल, गेहूॅ एवं स्थानीय रूचि के अनुसार अन्य पौष्टिक आहार का पैकेट बनाकर वितरण किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *