विक्रम शाह कुम्हारी….
कुम्हारी । समीपस्थ ग्राम लिमतरा निवासी वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. परदेशी राम वर्मा की कहानी जो कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवीं में सम्मिलित है । गांव के छात्रों ने 3 मार्च को दसवीं हिंदी की परीक्षा में उनकी कहानी मरिया और उपन्यास आवा के संबंध में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखे । बच्चों को सुखद आश्चर्य भी हुआ कि उनके पड़ोस में रहने वाले बाबा जी की लिखी कहानी उनके पाठ्यक्रम में है, जिन से प्रश्न पूछे गए कि किसान शिवकुमार कैसे मजदूर हो गया, मरिया कहानी में मृत्यु भोज के विरुद्ध संदेश है । उल्लेखनीय है कि पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के एम.ए. पाठ्यक्रम में भी उनका उपन्यास आवा सम्मिलित है । श्री परदेशी राम वर्मा को सन 2003 में लेखन कार्य हेतु डी. लिट. की मानद उपाधि मिली परदेशी राम वर्मा द्वारा लिखित देवदास बंजारे की जीवनी आरोग् फूल को मध्यप्रदेश शासन का माधव राव सप्रे सम्मान प्राप्त हुआ हिंदी उपन्यास प्रस्थान को महंत अस्मिता सम्मान तथा अन्य पांच कहानियों को अखिल भारतीय सम्मान मिला सन् 2013 में राष्ट्रपति के हाथों उन्हें लेखन कार्य के लिए पंडित सुंदरलाल शर्मा सम्मान प्राप्त हुआ । वे अपने गांव लिमतरा में रहकर लेखन कार्य करते हैं आगासदिया एवं माता कौशल्या गौरव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. परदेशी राम वर्मा साहित्य, संस्कृति से जुड़े उल्लेखनीय कार्यक्रम एवं आगमन त्रैमासिक पत्रिकाओं का संपादन, प्रकाशन भी करते हैं ।