✍🏻 रिपोर्टर विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
गरियाबंद जिला देवभोग शासन प्रशासन स्तर पर मनरेगा कार्य में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए तमाम तरह की मार्ग अख्तियार किया जा रहा है बावजूद इसके रोजगार सहायक सरपंच सचिव हजारों लाखों की फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहे हैं ऐसे ही ग्राम पंचायत बरकानी का मामला सामने आया है जिसकी शिकायत जिला पंचायत सीईओ से जांच एवं कार्यवाही की मांग किया गया है भोलाराम नागेश के शिकायत अनुसार बीते वर्ष के मनरेगा मिट्टी कार्यों में 65 से 70 वर्ष के पेंशन धारी बुजुर्गों का नाम मस्टररोल में अंकित कर हजारों रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया है मतलब शारीरिक रूप से असक्षम वृद्ध जो पानी भी नहीं पिला सकते तो कुदारी पकड़कर मिट्टी का समतल करना तो मुश्किल है लेकिन ऐसे बुजुर्गों का नाम मनरेगा कार्य में डाला गया है बताया जाता है कि ऐसे कई बुजुर्गों से सांठगांठ कर बड़े पैमाने में फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया है इसके अलावा सरपंच सचिव ने मूलभूत और 14 वे वित्त मद की राशि से बिना काम कराए लाखों रुपए निकाल कर बंदरबांट कर लिया है क्योंकि कागजी दस्तावेज अनुसार कई तरह के नाम से राशि निकाला लेकिन वह कार्य जमीनी स्तर पर अब तक नजर नहीं आ रहा है। जिसे पंचायत के जिम्मेदार भी स्वीकारते हैं क्योंकि बीते सत्र 15 वे वित्त मद से पंचायत कार्यालय समीप नाली निर्माण के लिए लाखों रुपए आहरण किया। मगर निर्धारित लंबाई चौड़ाई अनुसार नाली का निर्माण नहीं हुआ और सरपंच सचिव मटेरियल का फर्जी बिल लगा कर पूरी पूरी राशि निकाल लिया जिसकी शिकायत भी कई बार किया गया मगर अफसोस की बात है। जांच शुरू होने से पहले ही कार्यवाही दम तोड़ देती है शायद यही वजह है कि इस बार सीधा जिला पंचायत सीईओ से शिकायत किया गया है ताकि निष्पक्ष जांच के साथ पंचायती नियमानुसार कार्यवाही भी किया जाए
इस मामले को लेकर news24carate.com संवाददाता से कहा
शिव कुमार नांरग पीओ मनरेगा बरकानी पंचायत अंतर्गत मनरेगा मिट्टी कार्यों पेंशन धारियों का नाम डाल कर फर्जीवाड़ा करने का शिकायत मिला है। जिसकी जांच कर कार्यवाही किया जाएगा।