रायपुर.छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायतीराज आम निर्वाचन के बाद निर्वाचित होकर आने वाले जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षित करने पंचायत विभाग द्वारा मास्टर ट्रेनर्स तैयार किया जा रहा है। ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान, निमोरा में आज पहले बैच के पांच दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ। नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने मास्टर ट्रेनर्स के साथ ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा पांच तरह की पुस्तकें और प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि, स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों ने मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने भी 17 दिसम्बर को प्रशिक्षुओं को संबोधित किया था। दूसरे बैच का प्रशिक्षण 26 दिसम्बर से शुरू होगा।
पहले बैच के प्रशिक्षण के अंतिम दिन आज मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा ने मास्टर ट्रेनर्स को गांवों में गौठान समिति के गठन एवं प्रबंधन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हर महीने इस समिति की दो बैठकें अनिवार्यतः होनी है, जिनमें से एक बैठक का आयोजन गौठान में करना है। उन्होने कहा कि गौठान में रोजगार और ग्रामोद्योग से संबंधित गतिविधियों में नवाचार की बहुत संभावना है। राज्य रिसोर्स पर्सन दिनेश सिंह ने भी गौठान की संरचना एवं व्यवस्था के बारे में बताया।
दूसरे सत्र में राज्य सूचना आयुक्त मोहन पवार और सूचना आयोग में संयुक्त संचालक श्री धनंजय राठौर ने सूचना के अधिकार कानून के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी। पहले बैच के प्रशिक्षण में छह जिलों बेमेतरा, धमतरी, बालोद, दुर्ग, गरियाबंद और बलौदाबाजार-भाटापारा के 42 अधिकारियों ने भाग लिया। इनमें जनपद पंचायत संसाधन केन्द्र के संकाय सदस्य और करारोपण अधिकारी सहित कृषि, जल संसाधन, स्वास्थ्य, समाज कल्याण और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान के संकाय सदस्य एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. अशोक कुमार जायसवाल ने बताया कि मास्टर ट्रेनर्स प्रदेश के करीब पौने दो लाख नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देंगे। इनमें एक लाख 60 हजार वार्ड पंच, लगभग 11 हजार सरपंच, करीब तीन हजार जनपद पंचायत सदस्य और 400 जिला पंचायत सदस्य शामिल हैं। इन्हें प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स को छह बैचों में प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रत्येक बैच में 45 से 50 अधिकारी हिस्सा लेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा वार्ड पंच, सरपंच एवं उपसरंपच, जनपद पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्य तथा जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्य के लिए अलग-अलग पुस्तकें तैयार की गई हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित प्रमुख योजनाओं की पुस्तक भी उन्हें प्रशिक्षण के दौरान दी जाएगी। वार्ड पंचों को एक साथ प्रदेश के सभी 146 विकासखंडों में स्थित जनपद पंचायत संसाधन केंद्रों, सरंपचों एवं उपसरपंचों को जिला पंचायत संसाधन केन्द्रों, जनपद पंचायत के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों व सदस्यों को क्षेत्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशिक्षण केन्द्रों तथा जिला पंचायत के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों एवं सदस्यों को पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों के लिए विशिष्ट प्रावधान, नरवा, गरवा, घुरवा, बारी विकास में पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका, लोक सेवा गारंटी अधिनियम, सामाजिक अंकेक्षण की अवधारणा एवं प्रक्रिया के बारे में भी बताया जाएगा।