पाटन। ब्लाक के गोड़पेंड्री स्थित एक पत्थर खदान में लगे क्रेशर में फस कर एक श्रमिक की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंदन देवांगन पिता हरिराम देवांगन उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम परसाही थाना रनचिरई जिला बालोद निवासी जो ग्राम गोंड़पेन्द्री स्थित दम्मानी क्रेशर में काम करता था। शुक्रवार की दोपहर 3.30 बजे के लगभग क्रेशर में काम करते समय सीधे क्रेशर में फस गए और उसका घटनास्थल पर ही मौत हो गया।
घटना की खबर जैसे ही होते ही उतई पुलिस को मिली तो वे दल बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे एसडीओपी पाटन देवांश राठौर भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तत्काल मृतक युवक को क्रेशर से निकालकर दुर्ग भेजा गया। घटना की खबर गोड़ पेंड्री सहित आसपास के गाँवो में आग की तरह फैली और स्थानीय लोग भी काफी संख्या में वहां पर जमा हो गए थे । स्थानीय लोगों में क्रेशर संचालकों के खिलाफ आक्रोश देखा गया। उतई पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर किया गया है।
गौरतलब हो कि उक्त खदान में कुछ साल पहले ब्लास्टिंग करने के दौरान पत्थर उड़कर घर मे जा गिरा था। हालांकि इससे किसी प्रकार की जनहानि नही हुआ था। इस मामले में खदान मालिक के ऊपर अपराध कायम किया गया था।
खनिज विभाग की मॉनिटरिंग कमजोर गिट्टी क्रेशर खदानों में खनिज विभाग का अमला निरीक्षण के लिए यदा-कदा ही जाता होगा क्योंकि अधिकांश क्रेशर प्लांट में मजदूरों को देने वाले सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जाते और क्रेशर नियमों के मापदंडों को भी पूरा नहीं किया जाता बावजूद इसके खनिज विभाग के निरीक्षक अपनी खानापूर्ति कर लौट आते हैं।
इंडस्ट्रियल सेफ्टी विभाग भी लापरवाह क्रेशर प्लांट के मशीनों की जांच का जिम्मा इंडस्ट्रियल सेफ्टी विभाग के हाथों है, प्लांट में लगाई गई मशीन आखिर संचालित करने योग्य है या नहीं पर अब तक ऐसे कोई मामले मीडिया के समक्ष नहीं आए जिसमें इंडस्ट्रियल सेफ्टी के अधिकारी कभी औचक निरीक्षण भी किए हो ऐसे में वर्षों पुरानी मशीनों के बूते क्रेशर मालिक अपना काम बेरोक टोक तो संचालित किए जा रहे हैं चाहे उसके परिणाम के रूप में किसी मजदूर की इहलीला ही क्यों न समाप्त हो जाए ।