कॉलेज के प्राचार्य ने की खुदकुशी, कालेज के कमरे में बाइक लेकर पहुंचे, फिर उसी पर खड़े होकर नाइलोन की रस्सी से लगाई फांसी

भिलाई। नागरिक कल्याण कॉलेज अहिवारा दुर्ग के प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुवनेश्वर नायक (55) ने गुरुवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उनका शव कॉलेज के पुराने भवन के कमरे में पंखे से लटका मिला है। बताया जा रहा है कि भुवनेश्वर नायक कोविड से ठीक होने के बाद मानसिक रूप से परेशान रहते थे। फिलहाल खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला नंदनी थाना क्षेत्र का है।

डॉ. भुवनेश्वर गुरुवार सुबह 8 बजे घर से कॉलेज जाने के लिए निकले थे। इसके बाद कॉलेज के कमरे में उनका शव लटका मिला। कॉलेज के कर्मचारी जब वहां पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। करीब सप्ताह भर पहले यूनिवर्सिटी कुलपति के निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिली थीं। इस दौरान उन्होंने बताया भी था कि वह कॉलेज के प्राचार्य का प्रभार संभाल नहीं सकते हैं, इसलिए उन्हें पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाए।

पुलिस पूछताछ में अभी तक पता चला है कि प्राचार्य डॉ. नायक सुबह कॉलेज जाने से पहले बाजार से नाइलोन की रस्सी खरीद कर लाए थे। इसके बाद बाइक से सीधा कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में पहुंचे और ताला खोल कर कमरे में चले गए। इसके बाद बाइक के ऊपर खड़े होकर रस्सी से फंदा बनाया और फिर लटक कर जान दे दी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। हालांकि अभी तक यह बताया नहीं गया है कि उसमें क्या लिखा है।

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