जैसे काशी में भगवान शिव और माँ अन्नपूर्णा एक साथ, वैसे ही कौही में माँ काली और भगवान शिव एक साथ …मुख्यमंत्री पहुंचे कौही, दर्शन का लिया लाभ, लिफ्ट इरिगेशन परियोजना भी देखी


पाटन। जैसे काशी में मां अन्नपूर्णा और विश्वनाथ जी का एक साथ वास है, उसी तरह से पुण्यभूमि कौही में भी भगवान शिव और मां काली का वास है। इस तरह यह जगह बहुत पवित्र है। यहां आने पर मुझे बनारस की कथा याद आती है, जब भगवान शिव भूखे होकर मां अन्नपूर्णा के द्वार पहुंचते हैं और मां अन्नपूर्णा उन्हें भोजन कराती है। मुख्यमंत्री ने यह बातें ग्राम कौही में मां काली और भगवान शिव के दर्शन के पश्चात कही। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग इस मायने में भाग्यशाली हैं कि हमारे यहां देवियों का वास है। मैं अभी रतनपुर में मां महामाया के दर्शन कर आया हूं। हमारे यहां मां दंतेश्वरी भी है, मां बमलेश्वरी भी है, धमतरी में विंध्यवासिनी है, खल्लारी मां है, चंद्रहासिनी हैं।


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मैं अभी आगेसरा जाऊंगा, वहां देवी के दर्शन करूंगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सही समय पर आर्थिक सहयोग किया जा सके। इसके लिए हम उपयुक्त समय पर राजीव गांधी न्याय योजना की किस्त प्रदान करते हैं। इसके पहले दो किस्त दी जा चुकी है। इसकी तीसरी किस्त 1 नवंबर को दी जाएगी। इस दिन यह धनतेरस का पहला दिन है। यह किस्त जब किसानों के खाते में जाएगी, तब किसान पैसा निकालेंगे और उनकी दिवाली बहुत खुशहाली से मनेगी। इसी समय रानीतराई का मड़ई भी रहता है। इस मडई में आप छोटी-छोटी खुशियां खरीद पाएंगे। आपके जीवन में समृद्धि लाना ही सरकार की पहली प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि सभी कलेक्टरों को निर्देश दिया गया था कि बारिश की स्थिति पर नजर रखें और खेतों का नजरी सर्वे करते रहे। सौभाग्य से सितंबर के महीने में अच्छी बारिश हुई और अब हम धान खरीदी की तैयारी कर रहे हैं। पूरे देश भर में खाद का संकट है हमने छत्तीसगढ़ में रासायनिक खाद को तवज्जो दी। इस वजह से खाद संकट में भी जैविक खाद के रूप में वैकल्पिक व्यवस्था हमने तैयार की। किसानों को खाद बिजली मिलती रहे यह सरकार की प्राथमिकता में है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक वृद्धि के प्रयास किए गए हैं। इसके साथ ही गोबर से बिजली बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। बेमेतरा के ग्राम राखी, रायपुर के ग्राम पंचायत बन चरौदा, दुर्ग के सिकोला में गोबर से बिजली बनाने की का कार्य हमने 2 अक्टूबर से शुरू किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने माँ कौशल्या के मंदिर में सौंदर्यीकरण का कार्य किया है। आप मंदिर में शाम के वक्त जाइए। मंदिर की सजावट और पूरा तीर्थ परिसर शाम के समय तीर्थ यात्रियों के लिए अपूर्वानंद का असर बनता है। मैं चाहता हूं कि आप लोग सभी चंदखुरी जरूर जाइए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लिफ्ट इरीगेशन परियोजना भी देखी।

मौके पर मंडी बोर्ड अध्यक्ष अश्वनी साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू, जनपद सदस्य रमन टिकरिहा, सरपंच मनोरमा टिकरिहा,राजेन्द्र साहू, महेंद्र वर्मा, सहित अन्य उपस्थित थे।

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