पाटन। कोरोना महामारी के कारण विद्यालय विगत लंबे समय से बंद रहे शासन के निर्देश व प्रबंधन समिति के सहमति से 16 महीने बाद विद्यालय खुल गये। विद्यालय बच्चों के बिना पूर्णतः अधूरा सा है जो कि अब परिपूर्ण होगा इस बीच बच्चों पालकों के साथ-साथ शिक्षकों की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है कि वे सतर्कता से बच्चों को पढ़ाये । शिक्षकों को सुरक्षा व गुणवत्ता दोनों ही चुनौतियों पर काम करते हुए आगे बढ़ना होगा। पाटन विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला सेलूद में विद्यालय खुलने का अलग ही उत्साह बच्चों, शिक्षकों व ग्रामीण जनों में देखने को मिला। इस उत्साह के सहभागी ग्रामीण जन, सरपंच तथा शाला प्रबंधन समिति के सदस्य भी रहे । जो आज प्रार्थना सभा में उपस्थित रहे बैंड बाजे के साथ बच्चों का स्वागत करते हुए सभी संयुक्त रूप से प्राथना सभा में उपस्थित रहे जहां बच्चों का गुलाल, पुष्प से अभिनंदन करते हए चॉकलेट वितरित किया गया।
शासकीय प्राथमिक शाला सेलूद के भूतपूर्व विद्यार्थियों ने नये विद्यार्थियों के स्वागत के लिए विद्यालय अहाता, प्रांगण, मंच, कक्षा को सजाया तथा बैंण्ड बाजे के साथ बच्चों का स्वागत किया।
बच्चों को सरपंच खेमिन साहू द्वारा कोविड नियमों का पालन करते हुए स्वस्थ रहने की प्रेरणा दी गयी तथा बच्चों का मुंह मीठा कराया गया। एक दिन पहले ही पालक समिति की बैठक में सभी पालकों ने अपनी सहमति विद्यालय खोलने की दिशा में प्रदान की तथा सभी के समक्ष पूरे विद्यालय को सेनेटाइज कराया गया।
शाला परिवार सेलूद के भूतपूर्व छात्र प्रीति मानिकपुरी, रेशमा पटेल, प्राची देवांगन, भुनेश्वरी वर्मा, सुनील डहरिया ने बच्चो के उत्साह को और भी अधिक बढ़ाते हुए विद्यालय में सहयोग दिया। सरपंच खेमिन साहू, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र बंछोर, विधायक प्रतिनिधि चंद्रकुमार धनकर, शिक्षाविद रामजी देवांगन, खेमलाल साहू, टिकेश्वरी साहू तथा अन्य ग्रामीणजनों के साथ साथ शाला परिवार से संस्था प्रमुख मिलिन्द चन्द्रा, रुपा देवांगन, विरेन्द्र चंद्राकर, गिरजा ठाकुर, विमला वर्मा ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया।