कांग्रेस सरकार ने भूमिहीन खेतिहर मजदूरों से वादा खिलाफी कर पकड़ाया झुंझुना-हर्षा चन्द्राकर

पाटन। भाजपा नेत्री, पाटन के पूर्व जनपद अध्यक्ष, सदस्य जिला पंचायत दुर्ग श्रीमती हर्षा लोकमनी चन्द्राकर ने एक विज्ञप्ति जारी कर काँग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भूमिहीन खेतिहर मजदूरो की परिवार को घर एव बाड़ी देने का वादा किया था, आज जब वादा पूरा करने का समय आया तो अपने वादे से मुकरते हुए उनको केवल साल में 6000 रु देने की घोषणा कर उनके विश्वास पर उनके उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
उन्होंने आगे कहा की प्रदेश की कांग्रेस सरकार जबसे बनी अपने किसी भी घोषणा को पूरा नही कर पाई है। किसानों की पूरा कर्जमाफी का वादा कर आधा अधूरा ही कर्ज माफी किया, लाखो रुपये खर्च कर गांवो में गौठान बनाया आज खाली पड़े है गौमाता सड़को पर इंतजार कर रही है की कब उन्हें गौठान में रखा जावेगा, धान खरीदी में किसान पहले अपने ब्यारा बाड़ी के रकबे में भी धान बेच लेते थे परंतु इस सरकार ने तो खेत के मेड को भी काटकर धान खरीद रही है, बेरोजगार इंतेजार कर रहे है कि कब उन्हें बेरोजगारी भत्ता देंगे, 60 साल के ऊपर के बुजुर्ग कह रहे है कि कब उन्हें 1000 एव 1500 रु पेंसन की राशि मिलेगी, शराब बंदी का वादा कर घर घर शराब पहुंचा दिया। और भी कई इनके घोषणा पत्र में किया वादा अधूरा ही है।
उन्होंने बताया कि जब देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पांच एकड़ तक के हर किसानों को 6000/सालाना देने की बात की थी तब यही कांग्रेस के नेता विरोध स्वरूप 6000 रु को नाकाफी बताते हुए ऊंट के मुंह मे जीरा साबित किया था और आज उन्ही के रास्ते पर चल कर इस सरकार ने केवल भूमि हीन खेतिहर मजदूरों को 6000 रु देकर क्या साबित करने जा रही है। आम चुनाव में कांग्रेस ने केंद्रीय घोषणा पत्र में 6000 रु को नाकाफी बताते हुए 72000 रु सालाना देने की बात की थी औऱ जब योजना भी राजीव गांधी के नाम पर है तो प्रदेश सरकार को चाहिए कि 72000 रु सालाना केवल भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को ही नही बल्कि सभी पांच एकड़ तक के किसानों को देना सुनिश्चित करना चाहिए, जिससे छत्तीसगढ़ की जनता को लगे कि कम से कम एक काम तो किया जिससे उन्हें संतुष्टि मिले।

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