रायपुर.इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न महाविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्रों, अनुसंधान केन्द्रों एवं अनुसंधान प्रक्षेत्रों में उत्पादित फसलों, बीजों, पौधों, खाद एवं जैविक उर्वरकों तथा अन्य उत्पादों के विक्रय हेतु आज यहां विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय उत्पाद विक्रय केन्द्र का उद्घाटन किया गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. एस.के. पाटील ने इस विक्रय केन्द्र का शुभारंभ किया। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 53 पर स्थित विश्वविद्यालय के व्यवसायिक परिसर में खोले गए इस उत्पाद विक्रय केन्द्र में विश्वविद्यालय के उत्पादों के साथ ही विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों के मार्गदर्शन में संचालित कोरिया एग्रो प्रोड्यूसिंग कंपनियों, कृषक समूहों एवं स्वसहायत समूहों द्वारा निर्मित उत्पाद ‘‘इंदिरा प्रगति प्रिमियम’’ ब्रान्ड नेम से आम जनता के लिए विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे। इस उत्पाद विक्रय केन्द्र का संचालन कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के द्वारा किया जएगा। विश्वविद्यालय उत्पाद विक्रय केन्द्र का शुभारंभ करते हुए कुलपति डाॅ. एस.के. पाटील ने कहा कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचलित विभिन्न संस्थानों तथा समूहों द्वारा वृहद मात्रा में फसलों, बीजों, पौधों, खाद एवं जैविक उर्वरकों तथा अन्य उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं जिनकी आम लोगों में काफी मांग है लेकिन इनके विक्रय हेतु सुदृढ़ व्यवस्था का अभाव था। आज इस विक्रय केन्द्र के खुल जाने से सारे उत्पाद एक ही छत के नीचे विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने विक्रय केन्द्र के सफल संचालन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री जी.के. निर्माम, निदेशक विस्तार सेवाएं डाॅ. एस.सी. मुखर्जी, संचालक अनुसंधान, डाॅ. आर.के. बाजपेयी, निदेशक शिक्षण डाॅ. एम.पी. ठाकुर, निदेशक प्रक्षेत्र डाॅ. जी.के. दास सहित विश्वविद्यालय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं वैज्ञानिक उपस्थित थे। कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के प्रमुख वैज्ञानिक डाॅ. गौतम राय ने बताया कि इस उत्पाद विक्रय केन्द्र में विभिन्न प्रकार की फसलों एवं उनके बीजों तथा नर्सरी पौधों का विक्रय किया जाएगा। यहां जैविक चावल की विभिन्न किस्मों – जीरा फूल, जवां फूल, शंख जीरा, विष्णु भोग, बादशाह भोग, देवभोग, दुबराज, कदम फूल, लोकटी माछी आदि के साथ ही ब्राउन राइस, ब्लैक राइस, जिंक राइस आदि विक्रय के लिए उपलब्ध हैं। लघु धान्य फसलों में जैविक रूप से तैयार कोदो, कुटकी, रागी, सांवा आदि भी उपलब्ध हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा उत्पादित विभिन्न फसलों के उन्नत एवं प्रमाणित बीज तथा पौधे भी विक्रय किये जाएंगे। इनमें टिश्यु कल्चर तकनीक से उत्पादित केला, गन्ना, ऑरकिड, बांस के पौधे भी शामिल हैं। जैविक उर्वरकों में ट्रायकोडर्मा, एजोटोबैक्टर, रायजोबियम, एजोस्पारिलम आदि उपलब्ध रहेंगे। यहां विभिन्न प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे देशी गाय का ए-2 घी, शहद, तिखुर, हल्दी, मुनगा पत्ती पावडर, भुनी अलसी, अलसी मुखवास, ड्राय मशरूम, मशरूम पावडर, मल्टीग्रेन आटा, रागी माल्ट, स्क्वाश, अचार, मुरब्बा आदि उपलब्ध हैं। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के सुगंधित तेल, प्राकृतिक सुगंधित साबुन भी विक्रय किये जाएंगे। इस केन्द्र में विभिन्न प्रकार की रंगीन मछलियां तथा एक्वेरियम भी विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे।