पाटन। कोरोना महामारी के संकट से सभी वर्ग के लोगो की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। पिछले साल निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले कई स्कूलों के पालकों के द्वारा फीस को लेकर पालक सड़को पर उतर गए थे। राज्य सरकार द्वारा कोरोना संकट के बाद भी इस साल शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल की संख्या बढ़ाकर ऐसे सभी पालकों को राहत दिया गया है जो महंगे स्कूलों में पढ़ा रहे थे। साथ ही गरीब वर्ग के बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ सकते है। पाटन क्षेत्र में इस साल सेलूद, जामगांव(एम),जामगांव(आर) और रानितराई में इस सत्र से प्रवेश प्रारंभ की जा रही है। जिसमे एडमिशन कराने वालों की होड़ लग गई है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल निजी पब्लिक स्कूलों से भी अच्छी मानी जा रही है। सभी स्कूलों में योग्य शिक्षकों का स्टाफ, स्कूलों में अत्याधुनिक लाईब्रेरी, कंप्यूटर और साइंस लैब की सुविधाएं हैं। यही नहीं राज्य में खोले गए इन इंग्लिश मीडियम स्कूलों में नौकरी पाने के लिए प्रदेश के कई निजी स्कूलों के योग्य शिक्षकों ने भी इस स्कूल की तरफ रुख कर लिया है। श्री ठाकुर ने कहा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट के चलते इस वित्तीय वर्ष में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है, उन बच्चों की शिक्षा का दायित्व अब छत्तीसगढ़ सरकार उठायेगी। साथ ही उनके भविष्य को संवारने की हर संभव कोशिश भी सरकार करेगी। छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के माध्यम से इसे पूरा करने का निर्णय लिया गया है।