जिले में कोरोना संक्रमितों के ईलाज के लिए ऑक्सीजन युक्त बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाई की है पूरी व्यवस्था
बेमेतरा -मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रायपुर, दुर्ग संभाग, कोरिया जिला सहित बेमेतरा जिले के विभिन्न विकास खण्डों में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति, नियंत्रण के लिए की जा रही कार्यवाही, दवाई की उपलब्धता और कोरोना संक्रमण की सुरक्षा के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मितानिनों को जीवनरक्षक पर्याप्त दवा उपलब्ध कराने को कहा। श्री बघेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निबटने के लिए शासन प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। यह महत्वपूर्ण अभियान है कोरोना संक्रमण से बचाने की लड़ाई मे सभी अधिकारी/कर्मचारी अपने कर्तव्यों का बेहतर निर्वहन कर रहे है। उन्होने उम्मीद जताते हुए कहा कि कोरोना हारेगा और हम जितेंगे। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल वर्चुअल रूप से बैठक मे जुड़े रहे एवं मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विकासखण्डवार सभी एसडीएम, बीएमओ थाना प्रभारियों से कोरोना संक्रमण की स्थिति, नियंत्रण के लिए किए जा रहे आवश्यक कार्यवाही, दवाईयो की उपलब्धता एवं सुरक्षा उपायों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना होगा तभी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। इस हेतु अनुविभागीय दण्डाधिकारी, तहसीलदार, थाना प्रभारियों को समन्वय बनाकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि आपके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी आवश्यक है। बिना जांच के जिले में प्रवेश करने न दे। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो में भी कोई भी बाहर से आकर बिना सूचना के न रहे। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। सभी को नियमो का पालन करने एवं अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक होने से ही हम कोरोना को हराने में सफल होंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीण क्षेत्र के निजी चिकित्सको को भी इस दौरान ईलाज के लिए आने वालों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उपचार करने के निर्देश दिए। लक्षणग्रस्त व्यक्तियों को कोरोना की दवाई देने एवं उन्हें तत्काल टेस्ट कराने के लिए समझाये। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने क्षेत्रों में इस बात का विशेष ख्याल रखें एवं निजी चिकित्सक द्वारा भी कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे गाँव जहाँ कोरोना संक्रमित नही है वहाँ मनरेगा के कार्य संचालित किए जाए।
बैठक में गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन शहरों मे तो हो रहा है किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों मे और अधिक ध्यान देने की जरुरत है। सभी पिछले अनुभवों से सीख लेकर कार्य करे, लक्षणग्रस्त लोगों को तत्काल दवाई प्रदान करे। गाँव वालों को कोविड का पालन करने के लिए मुनादी के माध्यम से जागरूक करे। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए राज्य शासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश का स्वास्थ्य अमला दिन-रात मेहनत कर रहा है। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले मे छत्तीसगढ़ बेहतर स्थिति मे है। प्रदेश मे सर्व प्रथम दुर्ग मे लाॅकडाउन लागू किया गया। उन्होने बिलासपुर जिला प्रशासन को और अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर इसी प्रकार कार्य करते रहे। सभी के प्रयासों से हम कोरोना को हराने में सफल होंगे। एसडीएम बेमेतरा दुर्गेश कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया की वर्तमान में बेमेतरा जिले मे 320 आॅक्सीजन युक्त बिस्तर उपलब्ध है। कलेक्टर बेमेतरा के मार्गदर्शन मे कोरोना संक्रमण से निपटने विशेष प्रयास किये जा रहे है। श्री वर्मा ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजो की कंट्रोल रूम के माध्यम से सतत निगरानी रखी जा रही है। संक्रिमत के संपर्क में आए लोगों का प्राथमिकता से कांटेक्ट ट्रेसिंग किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन में सभी प्रकार की गतिविधिया पूरी तरह से प्रतिबंधित है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में मुनादी के माध्यम से लोगों को जागरूक करते हुए मास्क उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो का पालन करने की लगातार समझाईश दी जा रही है। मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. शर्मा ने कोरेाना नियंत्रण की दिशा मे किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम, मितानिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा लगातार ग्रामीण क्षेत्रो में घर घर जाकर लक्षणग्रस्त लोगो का पहचान कर उन्हें कोविड किट प्रदान किया जा रहा है।
एसडीओपी बेमेतरा श्री राजीव शर्मा ने बताया कि बेमेतरा जिले मे अन्तर्राज्यीय बार्डर नही है। यह जिला प्रदेश के 07 सीमावर्ती जिलों से जुड़ा है, सभी सीमावर्ती इलाकों में चेकपोस्ट का निर्माण किया गया है। साथ ही उनकी पूरी जानकारी रजिस्टर में पंजीकृत की जा रही है। उन्होंने बताया कि पेट्रोलिंग टीम द्वारा लगातार गश्त कर निगरानी रखी जा रही है। बेवजह घुमने वालों से 3.34 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसी तरह लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध 6 लाख 53 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। साथ ही अनावश्यक घूमने वालो एवं मास्क का उपयोग नही करने वालो पर चलानी कार्यवाही की जा रही है। इसी प्रकार जिले के बेरला, साजा एवं नवागढ़ के भी एसडीएम, बीएमओ एवं थाना प्रभारी व्हीसी के जरिए जुड़े रहे।