खबर का असर: गनियारी डेम से नहर में निस्तारी के लिए छोड़ा गया पानी फिगेश्वर ब्लाॅक के गांवों के तालाबों में भरा जा रहा है पानी

परमेश्वर कुमार साहू

गरियाबंद। जिले के फिंगेश्वर और पांडूका क्षेत्र में गर्मी के वजह से जलस्तर नीचे गिर गया है।जिसके कारण हैंडपंप व नल जल योजना पूर्ण रूप से ठप गया है।जिसके कारण आम नागरिकों को पेयजल के लिए काफी किल्लतो का सामना करना पड़ रहा है।वहीं नदी ,नाला व तालाब पूरी तरह से सूख गया है।जो निस्तारी के लिए सबसे बड़े परेशानी का सबब बन गया।इस मामले को लेकर news24carate.com ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था। जिसके बाद जलसंसाधन विभाग कुंभकर्णी निद्रा से जागे और निस्तारी के लिए नहर में पानी छोड़े। फिंगेश्वर के आस पास के गांव के तालाबो को भरने सब डिवीजन फिंगेश्वर के अन्तर्गत गनियारी डेम से व फुलझर स्थित गोल्डा नाला जलाशय से नहर में पानी छोड़ा गया है।जलसंसाधन विभाग के सब इंजीनियर कुलेश्वर जोशी ने बताया कि फिंगेश्वर और आस पास के गांव के तालाब को भरने गनियारी डेम से और जमाही , छुईहा,चरोदा के तालाबों को भरने गोल्डनाला जलाशय से नहर में पानी छोड़ दिया गया है।लेकिन फिर बहुत से गांवों को अभी भी निस्तार के पानी के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।क्योंकि पांडूका सब डिवीजन के अन्तर्गत नहर में कार्य चल रहा है।आपको बता दे की पांडुका से लेकर फिंगेश्वर तक नहर में लाइनिंग का कार्य चल रहा है जिसके कारण इस सीजन में किसानों को रबी फसल के लिए पानी तो दूर निस्तारी के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा है।इस क्षेत्र के लिए सिकासर जलाशय ही एक सबसे बड़ा साधन है।हालंकि क्षेत्र में छोटे छोटे जलाशय है जो क्षेत्र में निस्तारी जैसे आपातकालीन पूर्ति के सक्षम है।

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