छुरा…. मयंक अग्रवाल वन मण्डलाधिकारी गरियाबंद एवं विश्वनाथ मुखर्जी उप वनमण्डलाधिकारी राजिम . वनमण्डल गरियाबंद के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में वन परिक्षेत्र अधिकारी सुयश धर दीवान के नेतृत्व में वन परिक्षेत्र छुरा अंतर्गत एक ही रात में लगातार दो स्थलों पर कार्यवाही किया गया – दिनांक 25.03.2021 की रात्रि लगभग 10:55 PM बजे कक्ष क्रमांक 157 संरक्षित वन , बनखण्ड लोहार में ICB को वन भूमि पर अवैध उत्खनन कर समतलीकरण करते हुए आरोपी अतिक्रमणकर्ता गोविन्दराम पिता परदेशी राम जाति यादव ग्राम गोंदलाबाहरा , जिला गरियाबंद ( छ.ग. ) एवं वाहन चालक नाराम वल्द सुरत लाल निर्मलकर उग्र 24 वर्ष , ग्राम बड़े सीपत मालखरौदा , तहसील मालखरौदा , जिला- जांजगीर चांपा द्वारा JCB SOLD वाहन द्वारा अवैध उत्खनन कर समत्तलीकरण किया जा रहा था । जिसे घनाधिकारी कर्मचारियों के कुशल प्रबंधन से भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 33 ( 1 ) ग एवं च तथा भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 52 के तहत जप्त जप्ती कार्यवाही कर वन विधि सम्मत कार्यवाही किया जा रहा है । उक्त अपराध को पकड़ने में सहायक परिमोत्र अधिकारी छुरा श्री धनेश कुमार सिन्हा ( वनपाल ) , सहायक परिक्षेत्र अधिकारी अनेठी श्री चिंताराम निर्मलकर ( वन रक्षक ) , परिसर रक्षाक अमेठी श्री बनारसी लाल जांगड़े , संयुक्त वन प्रबंधन समिति साजापाली एवं सुरक्षा श्रमिक की सराहनीय शूमिका रही । उसी कम में दिनांक 25.03.2021 को प्रात : लगभग 05:00 बजे आरोपी वाहन चालक खेमचंद पल्द स्व . चदेश्वर जाति मरार , उग्र 27 वर्ष , ग्राम – परसदाखुर्द , थाना व . तह . – छुरा , जिला गरियाबंद ( 10 ग 0 ) . वन भूमि पर अतिक्रमण कर्ता एवं वाहन मालिक रामेश्वर वल्द घसिया , जाति – तेती ग्राम – जामली , थाना – छुरा , जिला – गरियाबंद ( छ 0 ग 0 ) द्वारा कक्षा क्रमांक 194 आरक्षित पन , बनखण्ड नागिनबाहरा में ICK द्वारा अवैध उत्खनन कर वन भूमि समतलीकरण किया गया था । जिसे वनाधिकारी कर्मचारियों के कुशल प्रबंधन से भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26 ( 1 ) क एवं ज तथा भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 52 के तहत जप्ती कार्यवाही कर वन विधि सम्मत कार्यवाही किया जा रहा है । उक्त वन अपराध को पकड़ने में सहायक परियोत्र अधिकारी छुरा धनेश कुमार सिन्हा ( वनपाल ) , सहायक परिक्षेत्र अधिकारी अनेठी चिंताराम निर्मलकर ( वन रक्षक ) , परिसर रक्षक बोडराबांधा कृष्ण कुमार ध्रुव , परिसर रक्षक छुरा छमेश्वर साह , परिसर रहाक कनसिंघी पूरुषोत्तन धुर्वा एवं संयुक्त वन प्रबंधन समिति परसदा खुर्द का सराहनी भूमिका रही ।