? ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
मैनपुर : प्रशासन ने पंचायतों को विकास कार्यो के लिए सरकार लाखों रूपए देती है, लेकिन पंचायत के नुमाइंदे गांव के विकास की गति को रोकने में कोई-कसर नहीं छोड़ते। ऐसा ही मामला गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड में देखने को मिला जहां 14 वे वित्त के राशि का दुरुपयोग कर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार कर पलीता लगाने में
लगे हुए हैं। इस मामले में प्रेस वार्ता लाप पर जनपद सदस्य निर्भय ठाकुर ने बताया कि अगर मौके पर कार्य नही हुआ है, तो जिला सीईओ को अवगत करूँगा साथ ही सरपंच एव सचिव पर कार्यवाही की जाएगी ।
बता दे कि मामला गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मुड़ागांव का है, जहाँ पंचायत आचार संहिता के दौरान पूर्व सरपंच एवं सचिव बसंत सिन्हा के द्वारा सीसी सड़क का निर्माण किया जाना था।गली साफ सफ़ाई राशी निकालकर साल भर बीत जाने के बाद भी कार्य शुरू नहीं हो पाया हैं। मुड़ागांव पंचायत में कार्य प्रारंभ नही किया गया।
वहीं मुड़ागांव के आश्रित ग्राम सर्दिपारा में सीसी सड़क निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को आने-जाने व जीवन यापन करने में काफी परेशानी हो रही हैं एवं इस सी सी सड़क के मामले को लेकर संवाददाता ने पूर्व सरपंच-सचिव से संपर्क कर सवाल किया तो वे गोल मोल जवाब देकर खुद को बचाने में लगे हुए हैं।
मुड़ागांव के आश्रित पारा सर्दिपारा में तुकाराम घर से झरन मॉझी के घर तक सीसी सड़क बनना था। वार्ड क्र 07 में आज पर्यन्त तक सड़क ही नही बना करीब साल भर होने जा रहा है। मौके पर दो ट्रिप रेत भर गिरा दिया गया है। सर्दिपारा के ग्रामीण तुकाराम ध्रुवा, हेमोबाई धुर्वा, पंच ख़िरमल नेताम ने आरोप लगाया है कि साल भर बीत जाने के बाद भी सड़क के निर्माण अभी तक नही हुआ। ब्लॉक के आला अधिकारी एवं जिला प्रशासन इन समस्याओं का समाधान कीजिए और जो दोषी है उनके ऊपर कार्यवाही कीजिए।