बेमेतरा। जिले के विकासखण्ड नवागढ़ अंतर्गत ग्राम धोबघट्टी निवासी चंद्रभान सेन गत वर्षो से परम्परागत खेती कर रहा था, जिससे उनकी आय व उत्पादन (35-38 क्वि.प्रति हेक्टेयर) कम थी। कृषि विभाग में संचालित आत्मा योजना से जुड़ने के बाद उन्होनेे धान की वैज्ञानिक पद्धति से खेती प्रारंभ की जिससे उत्पादन व आय दोनो में वृद्धि हुई। एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजना के माध्यम से उनको कृषि वैज्ञानिको का मार्गदर्शन और सूचना प्राप्त हुआ, जिससे वह कृषि से संबंधित नई-नई तकनीक के बारे में जान पाया और अपने अमल में लाया। मिट्टी की जाँच करवाकर मिट्टी परीक्षण रिपोर्ट की अनुशंसा के अनुसार संतुलित खाद व उर्वरक का उपयोग प्रारंभ किया। धान की खेती के लिए परम्परागत पद्धति को छोड़कर श्री पद्धति को अपनाया जिसके फलस्वरूप उपज में वृद्धि (58-62 क्वि.प्रति हे.) हुई। एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजना नवागढ़ के द्वारा उनको श्री पद्धति के बारे में समय-समय समस्त जानकारी उपलब्ध करवाई गई एवं कृषि मेलो व सफल किसानो के प्रक्षेत्र भ्रमण कराया गया। जिससे उसको धान की श्री पद्धति के बारे में समझने में आसानी हुई जिससे की श्री पद्धति का उपयोग अपने प्रक्षेत्र में करने में सफल रहा। उनकी यह सफलता देखकर उसकेे गांव के अन्य किसान उनके द्वारा की गई खेती से आकर्षित हुये व श्री पद्धति को अपनाकर धान की खेती प्रारंभ किये।