पाटन. उत्तर पाटन क्षेत्र में अवैध रूप से मुरूम खनन करने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। खनिज विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं होने से इन मुरुम माफियाओं का हौसला बढ़ता जा रहा है । कई गांव में लीज समाप्त होने के बाद भी वह माफिया लगातार मुरूम की खुदाई करने में लगे हुए हैं। इससे शासन को राजस्व की हानि हो रही है । ग्रामीणों की मानना है कि खनिज विभाग की सक्रियता से अवैध उत्खनन करने वालों पर कार्रवाई करें तो अवैध खनन पर अंकुश लगाया जा सकता है।।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर पाटन के ग्राम पाहन्दा, मोतीपुर खम्हरिया सहित अन्य ग्रामों में मुरूम उत्खनन अवैध रूप से धड़ल्ले से होने की खबर है । गौरतलब हो कि इन गांवों में खनिज विभाग द्वारा खनन के लिए लीज पर दिया गया था । लीज समाप्त होने के बाद भी मुरूम खदान लगातार धड़ल्ले से जारी है। ऐसे में पंचायत के प्रतिनिधियों में जहां आक्रोश है वहीं शासन-प्रशासन को रायल्टी जो मिलनी थी वह भी नहीं मिल पा रही है। अवैध खनन कर्ताओं का हौसला इतना बुलंद है कि पहले तो रात को ही खुदाई करते थे अब दिन में भी खुदाई करने लगे हैं अवैध रूप से लगातार खुदाई कर रहे हैं। पाहन्दा में लीज के लिए आवेदन दिया गया है लेकिन बताया जा रहा है की लीज का नवीनीकरण नहीं हुआ है। लीज नवीनीकरण समाप्त होने के बाद के लिए लगाया गया है लेकिन इसके बाद भी खुदाई धड़ल्ले से किया जा रहा है । इस पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक है । इसी तरह से ग्राम खम्हरिया में भी मुरूम की अवैध रूप से खनन किए जाने की खबर है । यहां पर ग्राम पंचायत के द्वारा लीज में मुरूम खनन के लिए प्रस्ताव दिया गया है। लेकिन बताया जाता है कि जिस स्थान पर लीज के लिए नवीकरण किया गया है उसी स्थान पर मुरूम खदान के बजाय खनन कर्ताओं द्वारा किसी अन्यत्र स्थान पर खनन किया जा रहा है। इसी तरह से उत्तर पाटन क्षेत्र के अन्य ग्रामों में भी मुरूम खनन की शिकायत लगातार मिल रही है। अवैध रूप से मुरुम खनन करने वालो का हौसला बढ़ा हुआ है।