गोण्डाहूर मे कई समस्याएं दिखने को मिल रही है जिसमें एक पशु चिकित्सालय भी है, गोण्डाहूर के कॉलोनी और ग्राम 50 के बीच सालों से बने पशु चिकित्सालय को खोलने के लिए छात्र युवा मंच ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपा।
परालकोट क्षेत्र प्रमुख प्रसंजीत सरकार का कहना है कि साल मे कई पशु बिना इलाज के ही खत्म होते दिखते है, मनुष्य को आज के इस पिढ़ी मे पशु से बहुत ज्यादा लगाव होता है, इंसानो के बहुत करीब होता है पशु, जिनमे – गाय, कुत्ते, बिल्ली जैसे कई जानवर इंसान पालते है। जब यही जानवरों की मृत्यु हो जाय तब बहुत ठेस पहुंचती है इंसानो को। जानवरों की सही इलाज होना बहुत जरूरी है। गोण्डाहूर क्षेत्र में पशु चिकित्सालय बना तो है किन्तु पशु परिचालक चिकित्सालय मे नजर नहीं आते। पशु चिकित्सालय की हालत खड़े खड़े खराब होती जा रही है और अब तक पाशु चिकित्सालय खुला नहीं है।
पाशु परिचालक से पशु चिकित्सालय मे उपस्थित ना होने की वजह पूछे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि पशु चिकित्सालय मे ना बैठने की जगह है और ना आने जाने के के लिए मार्ग की यहा तक कि वहां पानी की व्यवस्था तक नहीं है। साथ मे बताया कि जब सरकार इन सब की व्यवस्था करेगा पशु चिकित्सालय मे मैं अपनी उपस्थिति दूंगा।
गोण्डाहूर पंचायत मे यहा चिकित्सालय बना हुआ है और पशु परिचालक ने इस समस्या के बारे मे पंचायत से भी बात की थी किन्तु इसका कोई हल नहीं हुआ।
पंखांजूर शहर अध्यक्ष निलकमल बड़ाई का कहना है जहा तक चिकित्सक ने बताया वहाँ सही नहीं है क्युकि बिना मार्ग के बिना पानी की व्यवस्था के चिकित्सालय मे चिकित्सा कैसे हो पाएगा। सरकार को इसकी व्यवस्था जल्द से जल्द करनी चाहिए। और कब तक पशुओं की इस तरह से बिना इलाज मृत्यु होती रहेगी यहा बहुत ही दुःख जनक है।
चिकित्सक की मांग और चिकित्सालय खुलने के लिए छात्र युवा मंच ने यहा प्रस्ताव ज्ञापन मे लिखा और श्रीमान चंदन कुमार के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन सौपने मुख्य रूप से छात्र युवा मंच से निलकमल बड़ाई, प्रसंजीत सरकार और जनपद बुद्धदेव जी के साथ अलोक मंडल उपस्थित रहे