पाटन। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं जोन प्रभारी अश्वनी साहू ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसान आंदोलन से घबरा गई है सिहासन डगमगाने लगा है i भारत चीन सरहद पर दीवारें होनी चाहिए थी पर, मोदी जी को यह मंजूर नहीं है बदले में अपने ही देश के किसानों के लिए दिल्ली की सीमाओं पर तरह-तरह के बैरिकेट्स, नुकीले तार, सीमेंट के बड़ी बड़ी दीवार बनवा रहे हैं जैसे कि देश का अन्नदाता मोदी जी के नजर में घुसपैठिए हो गए हैं।
देश का किसान और देश का हर सच्चा नागरिक जाग गया है, गणतंत्र दिवस के दिन की घटना को भी अब देश की जनता जान चुकी है की घटना नहीं साजिश है षड्यंत्र है किसानों को बदनाम करने का i मोदी सरकार को अब चीन पाकिस्तान से कहीं ज्यादा किसानों से डर सता रहा है i
सावधान मोदी जी, और याद रख किसानों के आंखों से बहने वाला आंसू का एक एक बूंद कहीं समंदर ना बन जाए? डूबे तो लोग तमा साई जैसे देखते रहेंगे ?
प्रजातंत्र है साहब सरकार को प्रजा के हित में कार्य करना चाहिए पर आप तो अन्नदाता किसानों पर देश के जवानों को लगा दिए हो ? मंगल पांडे ने आजादी का बिगुल अंग्रेजो के खिलाफ फूंक दिया था वैसे ही अगर देश का जवान किसानों के समर्थन में यदि बिगुल फूंक दे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए ? यदि ऐसा हुआ तो अहंकार में इतराने वाले सत्ता धीश कहां रहेंगे अनुमान लगा सकते हैं i
अन्याय और जुल्म हद से बढ़ जाए तो आवाज उठनी ही चाहिए ? और ऐसे समय में हमें अपनों से लड़ना पड़े जैसे महाभारत युद्ध अर्जुन ने अपनों के खिलाफ युद्ध लड़ा था ! परिणाम दुनिया जानती है
जय जवान जय किसान का पवित्र राष्ट्रीय नारा का संबंध हमेशा मजबूत रहेगा l खेतों पर संघर्ष करता किसान l सरहद पर संघर्ष करता जवान l यही वह शब्द है जो शास्त्री जी के गले से निकलकर हम सबके लिए प्रेरक बना है l