? ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
गरियाबंद।गत दिनों हिंदी साहित्य भारती जिला गरियाबंद के तत्वाधान में राष्ट्रीय भावधारा काव्य सम्मेलन का ऑनलाइन आयोजन किया गया।जिसमें ना सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि अन्य राज्यों के कवियों ने भाग लेकर देशभक्ति गीतों से भावविभोर कर दिया।कार्यक्रम के मुख्यअतिथि हिंदी साहित्य भारती के प्रान्ताध्यक्ष श्री बलदेव राम साहू थे उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि रचनाकार लिखकर ना सिर्फ डायरी भरे।बल्कि उन्हें पत्र-पत्रिका या फिर अन्य माध्यम से अपने विचार को जन-जन तक पहुंचाएं।साहित्यकार समाज को दर्पण दिखाने का काम करते हैं वह साहित्य को आकार देते हैं। उन्होंने कहा कि गरियाबंद जिला के कवि,साहित्यकार लगातार रचना लिखकर एक नया मुकाम तय कर रहे हैं। अध्यक्षता कर रहे गरियाबंद के जिला अध्यक्ष श्री मुन्नालाल देवदास ने कहा कि जिला स्तर पर साहित्य परिषद जब से अस्तित्व में आई है। कवियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है वह लिखकर पत्र-पत्रिकाओं के अलावा प्रतियोगिताओं में भी विशिष्ट स्थान प्राप्त कर रहे हैं यह हमारे जिला के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।आगामी समय में नवोदित रचनाकारों के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित किया जावेगा।कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि रत्नान्चल जिला साहित्य परिषद के अध्यक्ष वीरेंद्र साहू ने कहा कि लिखना और दिखना दोनों की अपनी जगह है लिखने के लिए कवि को जो मेहनत करनी पड़ती है उससे भाषा पर मजबूत पकड़ बनती है तथा कवि सम्मेलन या फिर अन्य कार्यक्रमों के द्वारा दिखने का जो मौका मिलता है उससे आत्मविश्वास बढ़ती है।विशिष्ट अतिथि सीताराम साहू श्याम ने ज्यादा से ज्यादा लिखने पर जोर दिया इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए कमल किशोर ताम्रकार ने शेरो शायरी से माहौल को खुशनुमा बना दिया।राजिम के कवि टीकम चंद सेन,कर्नाटक बेंगलुरु के कवि डॉ. मलकप्पा अलियास महेश,हिंदी साहित्य भारती छत्तीसगढ़ के सदस्य अजय कुमार चतुर्वेदी,अंबिकापुर के कवियत्री अनीता मंदिलवार सपना,सरगुजा के मनसा शुक्ला, मधु गुप्ता महक,नरेंद्र कुमार साहू पार्थ,अनीता गौर,देवशरण राम साहू अमलीपदर,संतोष कुमार सोनकर मंडल चौबेबांधा,फनेंद्र मोदी कोपरा,ओमप्रकाश चंद्राकर खरोरा,जितेंद्र सुकुमार साहिर राजिम ने शानदार पंक्तियों से देशभक्ति का जज्बा पैदा किया। होस्टिंग अवतार सिंहा एवं उमेश श्रीवास”सरल”ने किया।