गरियाबंद । जिला के ग्राम केशोडार में राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के सुअवसर पर बच्चों के खुला मंच कार्यक्रम का आयोजन परियोजना भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लोक आस्था सेवा संस्थान गरियाबंद में संचालित चाइल्ड लाइन टीम के माध्यम से आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के द्वारा स्वामी विवेकानंद की छाया चित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर किया गया तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का बच्चों के द्वारा स्वागत किया गया बच्चों की ओर से कुमारी मीनाक्षी की ओर से अरपा पैरी के धार गीत की प्रस्तुति करण किया गया जो बच्चों के साथ सभी का मनमोह लिया। चाइल्ड लाइन गरियाबंद के परियोजना समन्वयक महेंद्र दास मानिकपुरी ने खुला मंच कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताया कि बच्चो की समस्याओं का निराकरण हेतु विभागों में समस्याओ को रूबरू करवाना व खुला मंच के माध्यम से बच्चो के विचारों को एक मंच प्रदान करना है। कार्यक्रम की अगली कड़ी में उद्बोधन हेतु चाइल्डलाइन लोक आस्था की डायरेक्टर सुश्री लता नेताम ने बच्चों के चार अधिकारों जिसमें जीवन जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, सहभागिता के अधिकार एवं सुरक्षा के अधिकार के बारे में विस्तार से जानकारी दी और आगे बच्चो को कहा कि यह संवेदनशील समय स्वयं मेहनत कर पढ़ने लिखने का समय है कोविड-19 की वजह से सारे शिक्षा संस्थान बंद होने के कारण बच्चे गलत कार्यों की ओर लिप्त हो रहे हैं कई छोटे बच्चे अपशिष्ट पदार्थ बिनने के लिए आसपास के क्षेत्रों में जाते हैं व कई ऐसे बच्चे हैं जो पढ़ाई छोड़ कर के कई खतरनाक कार्यों में जा रहे हैं जो बाल श्रमिक की श्रेणी में आता है और यह कानूनन अपराध है। बच्चों के विकास के लिए शिक्षा एवं स्वास्थ्य की आवश्यकता क्यों होती है और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है इस संदर्भ में जानकारी दी, यदि किसी भी बच्चे को कोई प्रकार की समस्या है तो 1098 में कॉल करके सूचना दे सकते हैं चाइल्ड लाइन टीम के द्वारा बच्चों का सहयोग किया जाएगा तत्पश्चात जिला बाल कल्याण समिति गरियाबंद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष के. के.शर्मा ने बाल कल्याण समिति में आने वाले बच्चों के प्रकरण के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि यहां 18 साल से कम उम्र के बच्चों के केस आते हैं जिसमें कई ऐसे प्रकरण होते हैं जिसमें बच्चों के अधिकार का हनन हो रहा होता है या बच्चे किसी कारणवश बाल अपराध में शामिल रहते हैं। इसका प्रमुख कारण माता पिता के द्वारा दिए जाने वाले संस्कार की कमी है। बच्चे जैसे जैसे बढ़ते जाते हैं उनकी देखरेख एवं परवरिश की अत्यधिक आवश्यकता होती है बच्चे कहां आ रहे हैं जा रहे हैं इनके बारे में माता पिता को अवगत रहनी चाहिए तभी बाल अपराधों को लगाम लगाया जा सकता है कार्यक्रम में बालविवाह, अपशिष्ट पदार्थ बिनने वाले बच्चे, शालात्यागी बच्चे, कुपोषण का शिकार बच्चो पर फोकस किया गया। बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर जिला बाल कल्याण समिति गरियाबंद के माध्यम से बाल संरक्षण हेतु चाइल्ड लाइन का भरपूर सहयोग किया जाएगा। बच्चों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद में प्रतिभागी के रूप में भाग लिया एवं अनेक प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमे कुमारी सविता एवं साथियों के द्वारा कर्मा गीत की प्रस्तुति करण दिया गया। बच्चो की दो ग्रुप के माध्यम से 1098 पेयर बनाने का खेल, कुर्सी दौड़ का खेल का आयोजन भी किया गया। खुला मंच कार्यक्रम में सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन गरियाबंद की ओर से पेन वितरण कर प्रोत्साहित किया गया एवं सरपंच चमरू राम नेताम ग्राम पंचायत डोंगरीगांव की ओर से सभी बच्चो के लिए 1000 रु की नगद राशि से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, पालक वर्ग व चाइल्ड लाइन टीम उपस्थित रहे।