पाटन। राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ पाटन के भाजपाइयों ने सांसद विजय बघेल के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन पुराना बस स्टैंड पाटन में बुधवार को आयोजित किया गया। सबसे पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुवात किया गया।
सांसद विजय बघेल बघेल ने राज्य सरकार को भस्मासुर की संज्ञा देकर जमकर प्रहार करते हुए कहा जो शासक है वही दमन कर रही है। 2 साल में कांग्रेस विफलता के सारे कीर्तिमान हासिल कर चुकी है । कांग्रेस की सरकार किसान विरोधी है और प्रदेश के किसानों के साथ लगातार अन्याय कर रही है। हालात इतने खराब है कि मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के क्षेत्र में किसान आत्महत्या कर रहे हैं । कांग्रेस ने वादाखिलाफी और विश्वासघात का रोज नया रिकॉर्ड बनाते आ रहे हैं।
धान खरीदी के नाम पर धोखाधड़ी कर रही है। डॉ रमन सिंह की सरकार में 3 से 4 दिनों में और कभी 24 घंटो के।अंदर किसानों के घर पहुंचने से पहले खाते में राशि पहुंच जाती थी।
धान बोरा बेचने में कांग्रेस के दलाल सक्रिय
कांग्रेस सरकार सबसे बड़ा घोटाला बारदाना के नाम पर कर रही है। उसके बहाना धान खरीदी से बचना चाहती है। किसानों के धान खरीदने से बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। खुद प्लास्टिक का बोरा इस्तेमाल करती है और किसानों से जूट का बोरा लाने को कह रही है किसानों को ₹30 में जुट बोरा खरीदना पड़ रहा है। जबकि सरकार द्वारा 15 रुपये ही भुगतान किया जा रहा है। धान के बोरा बेचने में भी कांग्रेस के दलाल सक्रिय है
मुख्यमंत्री को सांसद ने मंच से दी चुनौती
खुले मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनोती देते हुए कहा कि अगर लड़ना है तो विजय बघेल से लड़े भाजपा के कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। पुलिस उनका गुंडा बना हुआ है। प्रदेश के गाँव गली में शराब बिक रही है। कांग्रेसी शराब दुकान में चखना सेंटर खोल कर बैठे है। पाटन के जनता ने उन्हें जितवाकर मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया है। सही काम करते तो हम सब भी उनकी तारीफ करते लेकिन वे पाटन के नाम डुबाने का काम कर रहे हैं।
राजीव गांधी न्याय योजना के नाम पर छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ किस्तों में भुगतान कर अन्याय करने वाली कांग्रेस किस मुंह से केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है। केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार प्रदेश के किसानों की हित मे पिछले वर्ष की तुलना में अधिक चावल खरीद रही है तो कांग्रेस को क्या तकलीफ है। कांग्रेस सरकार किसानों का धान ही नही खरीदना चाहती और धान खरीदी में बहानेबाजी करने वाली सरकार के जब सारे बहाने खत्म हो गए तब केंद्र द्वारा चावल के लिये सैद्धान्तिक सहमति और 9 हजार करोड़ के भुगतान के बाद भी केंद्र और राज्य सरकार के बीच लोकतांत्रिक व्यवस्था और विश्वास को झूठा साबित करने का प्रयास छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है।
बहाने बाजी करने वाले बार बार बयान बदलने वाले पत्र लिखकर राजनीति करने वाले, ट्वीट ट्वीट खेलने वाले, अपनी नाकामियों का ठीकरा केंद्र सरकार पर मढ़ने का प्रयास करने वाले और अपने आपको किसान बताने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को किसान हित मे निर्णय करना चाहिए। भरतीय जनता पार्टी किसानों के साथ खड़ी है।
गंगाजल की कसम कांग्रेस के लोगो ने खाई। छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता से ठग कर वोट लिया और अब केंद्र सरकार को हर विषय मे।बीच मे।ले आते है। ये सब इनकी आदत में नही है। इन सब हथखंडो से कांग्रेस सरकार धान खरीदी से भागना चाहती है।
सभा को जितेंद्र वर्मा, जिला पंचायत सदस्य हर्षा चन्द्राकर,मोनू साहू, निरुपमा चन्द्राकर,गंगादीन साहू,पुरुषोत्तम तिवारी ने भी सम्बोधित किया।
बैलगाड़ी में बैठकर ज्ञापन देने पहुंचे सांसद
सांसद विजय बघेल धरना प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं के साथ बैल गाड़ी में बैठकर रैली की शक्ल में पुराना बस स्टेंड पाटन से एसडीएम कार्यालय पाटन पहुंचे जहां पर 75 वर्षीय किसान मेहूर सिंगौर खम्हरिया के द्वारा राज्यपाल के नाम एसडीएम विनय पोयाम को ज्ञापन सौपे।
मंच संचालन मध्य पाटन मंडल अध्यक्ष खेमलाल साहू ने किया।आभार प्रदर्शन लोकमनी चन्द्राकर ने किया।
इनकी हुई निंदा
खुड़मुड़ा में हुए एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के दोषियों की अब तक गिरफ्तारी नही होने पर,सेलूद सरपंच और परिवार को जान से मारने की धमकी देने वाले कांग्रेस समर्थित उपसरपंच और पंच के खिलाफ,
मर्रा सरपंच द्वारा किये गए कृत्य के बाद भी गिरफ्तारी नही करने पर निंदा प्रस्ताव किया गया।
मौके पर कार्यक्रम प्रभारी देवेंद्र चंदेल,जिला पंचायत सदस्य मोनु साहू, हर्षा चन्द्राकर,प्रतिमा चन्द्राकर,अजय बघेल,खिलावन वर्मा,
जितेन्द्र वर्मा , लालेश्वर साहू, लोकमनी चन्द्राकर,उत्तरा सोनवानी,बसंत चन्द्राकर,निरुपमा चन्द्राकर,पोसुराम निर्मलकर,राजा पाठक,ग, कैलाश यादव,बाबा वर्मा,रवि सिंगौर,दिलीप कुर्रे,डॉ सुरेश साहू, अखिलेश मिश्रा,
किशोर साहू,हरिशंकर साहू,बबलू मार्कण्डेय,विनोद अग्रवाल,केवल देवांगन,मोहन साहू,दयानन्द सोनकर,रानी बंछोर,निशा सोनी,अनिल साहू,रमेश देवांगन,निर्मला वर्मा,घनश्याम कौशिक,रवि सिन्हा,फेरहा राम धीवर,चंद्रिका साहू,टीका राम साहू,धनराज साहू, निर्मल जैन,होरी देवांगन, विनय चन्द्राकर,राजेश वर्मा, सुनील वर्मा,राजु साहू, राज देवांगन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।