लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। गरियाबंद विकास योजना प्रारूप अंतर्गत आगामी 20 वर्षो के लिए योजना बनाकर गरियाबंद नगर पालिका को विकसित और सुनियोजित तरीके से बसाया जायेगा। इसके अंतर्गत वर्तमान जनसंख्या भूमि की उपलब्धता व अधोसंरचना को ध्यान में रखते हुए विकास एवं भूमि उपयोग के लिए प्रारूप प्रस्तावित किया गया।
कलेक्टर की अध्यक्षता में आज यहां जिला कार्यालय में गरियाबंद विकास प्रारूप की बैठक आयोजित की गई, जिसमें गरियाबंद नगर पालिका क्षेत्र के अलावा आस-पास के 09 गांव – नहरगांव, कोकडी, पाथरमोंहदा, भिलाई, मजरकट्टा, आमदी, पारागांव, डोगरीगांव तथा केशाडार के सरपंच एवं नागरिक शामिल हुए। बैठक में बिन्द्रानवागढ़ के विधायक डमरूधर पुजारी एवं जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर भी शामिल हुए।
गरियाबंद विकास योजना प्रारूप में वर्ष 2031 तक के विकास योजना को शामिल किया गया है। बैठक में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से वर्तमान निवेश क्षेत्र की स्थिति को दर्शाते हेतु आंकलन किया गया है। बताया कि वर्तमान में आवास के लिए 45.19 प्रतिशत क्षेत्र का उपयोग किया गया है। वहीं वाणिज्यक गतिविधि के लिए 2.48 प्रतिशत तथा परिवहन के लिए 21.49 प्रतिशत उपयोग किया गया है। प्रस्तावित क्षेत्र में वाणिज्यक गतिविधि को 4.32 प्रतिशत, आद्योगिक को 7.36 प्रतिशत तथा आवासीय क्षेत्र 43.14 प्रतिशत तक आंकलन किया गया है। इस क्षेत्र में आमोद-प्रमोद के लिए 13.79 प्रतिशत भूमि का उपयोग प्रस्तावित किया गया है। प्रस्ताव में परिवहन विस्तार जैसे- बाई-पास सड़क, पर्यटन विकास, कृषि वन आधारित उद्योग आदि को शामिल किया गया है। नगर एवं ग्राम निवेश क्षेेत्रीय कार्यालय रायपुर के अपर संचालक संदीप बांगडे़ ने बताया कि जल्द ही इस प्रारूप का प्रकाशन किया जायेगा। निर्धारित अवधि के पश्चात दावा-आपत्ति आमंत्रित किया जायेगा। दावा-आपत्ति के निराकरण के पश्चात आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ होगी। बैठक में जनपद अध्यक्ष गरियाबंद लालिमा ठाकुर, राजिम विधायक प्रतिनिधि, सांसद प्रतिनिधि सुरेन्द्र सोनटेके, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि आशिफ मेमन, अपर कलेक्टर जे.आर. चैरसिया, इंस्टीट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स के प्रतिनिधि, सहायक संचालक ऐश्वर्य जायसवाल सहित नगर एवं ग्राम निवेश रायपुर कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।