देवरीबंगला। ग्राम हथौद में गुरुवार को गुरु घासीदास जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात में संसदीय सचिव ने गुरु घासीदास बाबा की पूजाअर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। संसदीय सचिव व विधायक कुंवरसिंह निषाद ने सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरु घासीदास का मनखे-मनखे एक समान का संदेश हम सबका आदर्श है। कुछ ही शब्दों में गुरु घासीदास बाबा ने इतना अद्भुत संदेश दुनिया को दिया है। गुरु जी ने एक ऐसे समाज की कल्पना की जहा सदभाव हमारी संस्कृति का मूल है। गुरुदेव ने हमेशा सत्य आचरण की बात कही। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास ने अपने समय के प्रश्नों का उत्तर समाज को दिया। उन्होंने कहा कि सत्य ही ईश्वर है। सत्य सभी जगह व्याप्त है। केवल सत्य को जानने की जरूरत है। गुरुजी ने कहा कि सत्य मानव का आभूषण है। जैसे हमारे गहने हमारी तन को सुंदर दिखाते हैं। वैसे ही सत्य हमारे मन का आभूषण है। जो सत्य की राह पर चलता है उसे प्रशंसा मिलती है। शांति मिलती है। भाईचारा बढ़ता है। गुरुजी के वचन सबको समभाव से देखने वाले है। गुरु घासीदास बाबा का मनखे-मनखे एक समान, महान संदेश है। यह सभी प्रकार के भेदों को समाप्त कर देता है।सब सत्य के रास्ते पर चले, खानपान सब एक हो तभी सतनामी कहलाएगा। हर तरह के भेदों को त्यागकर सभी मनुष्यों को एक ही धरातल पर खड़ा करता है। गुरु घासीदास बाबा के दिखाये हुए संदेश पर चलने की आवश्यकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनपद अध्यक्ष जागृत सोनकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कई महापुरुष हुए हैं। छत्तीसगढ़ में हमारे महापुरुषों ने सभी भेदभाव को मिटाने की कोशिश की। इससे सुंदर छत्तीसगढ़ी समाज तैयार हुआ है। सत्य और अहिंसा का संदेश गुरु घासीदास बाबा ने दिया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष कोदूराम दिल्लीवार, संतोष निषाद, छगन जंजीर, सरपंच रात्रे, भुनेश्वर साहसी, सहित सतनामी समाज के अनुयाई उपस्थित थे।