दुर्ग। खुड़मुड़ा में सोनकर परिवार के 4 लोगों की हत्या के मामले में 7 दिन बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। सोमवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. डीके सतपथी भोपाल से दुर्ग के ग्राम खुड़मुड़ा पहुंचे। शाम करीब 7 बजे उन्होंने घटना स्थल पर पहुंचकर दुर्गेश से पुन: पूरे मामले की जानकारी ली। दुर्गेश ने अपनी आंखों से जो कुछ देखा, वह सारी जानकारी पुन: डॉ. सतपथी ने ली।
इसके बाद यह तय माना जा रहा है कि घटना में एक से अधिक लोग शामिल थे। बयानों के आधार पर आशंका जताई जा रही है कि घटना में परिवार का ही कोई शामिल रहा। हत्या के तार प्रॉपर्टी विवाद व अवैध संबंधों से जुड़ रहे हैं। इधर सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे महिला अधिकारियों की टीम भी जांच को पहुंची। सिर के ऊपर सिलबट्टा पड़ा हुआ था, लहुलूहान थी मां : डॉ. सतपथी ने बताया कि दुर्गेश ने पूरी घटना की जानकारी दी है। दुर्गेश ने बताया कि सुबह करीब 3.30 बजे दादी दुलारी बाई सब्जी बेचने के लिए रायपुर के शास्त्री मार्केट जाती थी। घटना वाले दिन लेट होने पर मां कीर्तिन ने पिता रोहित को देखने के लिए भेजा। जब पिता नहीं लौटे तो मां देखने गई।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने कहा एक से अधिक शामिल
डॉ. सतपथी ने बताया कि जिन लोगों की हत्या की गई है। उनका सभी का वजन 60 किलों से ज्यादा रहा। इससे अनुमान है कि वारदात में एक से अधिक हत्यारे शामिल थे। पीएम रिपोर्ट से पता चला है कि रोहित, दुलारी बाई और बालाराम के शरीर पर कोई खरोंच के निशान नहीं हैं। इससे यह तय है कि तीनों शव को उठाकर पानी की टंकी में फेंका गया। इसलिए शंका है कि शव उठाने के लिए एक से अधिक लोगों की ज़रुरत पड़ी होगी। मामले में जांच जारी है।