News24carate(वेब डेस्क).सात साल पहले देश को दहला देने वाले निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के दोषियों को फांसी पर लटकाने का दिन और वक्त मुकर्रर हो गया। पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार अपराह्न 4:48 बजे इस मामले के चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी कर दिया। इसके मुताबिक 22 जनवरी सुबह 7 बजे निर्भया के गुनहगारों को तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा। इस फैसले के बाद तिहाड़ में दोषियों की निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं, दोषियों के वकीलों ने कहा कि वह क्यूरेटिव पिटीशन और राष्ट्रपति से दया याचिका दायर करेंगे।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने लंबी सुनवाई के बाद मुकेश (32), विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन गुप्ता (25) का डेथ वारंट जारी किया। तिहाड़ जेल में बंद चारों दोषियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश किया गया। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट से दोषियों की पुनर्विचार याचिका होने के बाद निर्भया के माता-पिता और अभियोजन पक्ष (दिल्ली सरकार) ने डेथ वारंट जारी करने की याचिका लगाई थी। इस पर सुनवाई के दौरान सरकारी वकील राजीव मोहन ने कोर्ट को बताया कि दोषियों की कोई भी याचिका किसी कोर्ट या राष्ट्रपति के यहां लंबित नहीं है। चारों की पुनर्विचार यचिका सुप्रीम कोर्ट खारिज कर चुका है।
उन्होंने कहा, डेथ वॉरंट के बाद भी फांसी होने तक दया याचिका दायर कर की जा सकती है। कानूनन इसके लिए 14 दिन का समय मिलना चाहिए। इससे पहले दोपहर 2 बजे जज कोर्ट रूम में पहुंचे तो वकील एमएल शर्मा ने कहा कि वह मुकेश की ओर से पैरवी कर रहे हैं। दूसरी ओर, पिछली सुनवाई पर कोर्ट द्वारा मुकेश के लिए नियुक्त न्यायमित्र वृंदा ग्रोवर ने शर्मा का विरोध किया और स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की। इस पर कोर्ट ने शर्मा को वकालतनामा देने को कहा। पहले सत्र की सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला 3:30 बजे तक के लिए सुरक्षित रख लिया।
मुकेश की मां ने रोते हुए कोर्ट से लगाई गुहार
कोर्ट की कार्रवाई 3:54 बजे जैसे ही दोबारा शुरू हुई मुकेश की मां रोते हुए पहुंची और बेटे के लिए दया की गुहार की। हालांकि कोर्ट ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद चारों दोषियों को 4:07 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जज के समक्ष पेश किया गया। जज ने 4:33 बजे मीडिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम से बाहर किया और करीब 15 मिनट बाद डेथ वॉरंट जारी कर दिया। जज ने कहा, इस बीच दोषी चाहें तो क्यूरेटिव पिटीशन या दया याचिका दाखिल कर सकते हैं। कोर्ट में मौजूदा निर्भया के माता-पिता ने फैसले पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उनकी बेटी को न्याय मिल गया।
वकीलों के बीच तीखी बहस
सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के वकीलों के बीच तीखी बहस हो गई। दोनों ओर से एक दूसरे पर मामले को लटकाने का आरोप लगाया गया। इस नाराज जज ने पूछा कि क्या अब इस देरी को लेकर भी जांच की जाए?
मुकेश और विनय के वकील एपी सिंह ने कहा कि हमारे पास क्यूरेटिव याचिका और दया याचिका का विकल्प है। हम सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दाखिल करेंगे।