पाटन। चैत्र नवरात्र के आखिरी दिन सेलूद सहित ग्रामीण क्षेत्रों में प्रज्वलित घरों व शीतला मंदिरों में विराजित फुलवारी का विर्सजन किया गया। सेवा जसगीत की धुन पर नाचते-गाते मांदर की थाप पर झूमते भक्तों ने श्रद्घा के साथ जोत जवारा का विसर्जन किया। नौ दिनों तक मां देवी की उपासना के बाद रविवार को जोत जवारा विसर्जन की शोभायात्रा सेलूद,चुनकट्टा, पतोरा, अचानकपुर, मुड़पार, महकाकला,धौराभांठा, बोहारडीह सहित गांव-गांव में रविवार को धूमधाम से निकाली गई। सेलूद के शीतला मंदिर एवं कई भक्तों के द्वारा अपने घरों पर जोत प्रज्वलित किये गये थे। जिसे जस गीत सेवा के माध्यम से स्थानीय तालाबों पर विसर्जन किया गया। इसके अलावा ग्राम देवादा के मंगलू देवता मंदिर में विराजित ज्योति कलश का भी विसर्जन हुआ। इस दौरान शोभायात्रा में नाचते, गाते-झूमते भक्त नजर आये।
जसगीत व मांदर की थाप पर जोत जवारा का विसर्जन
