खबर हेमंत तिवारी
पाण्डुका/विश्व ग्लूकोमा दिवस 9 मार्च से 15मार्च तक विश्व ग्लूकोमा दिवस विकासखंड छुरा में मनाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला गरीयाबंद, राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ, टी सी पट्रे के मार्गदर्शन में मनाया जा रहा है।इस कार्यक्रम में आम जन को नेत्र रोग ग्लूकोमा से होने वाली दृष्टिहीनता से बचाव , उसके समय रहते समुचित उपचार कराने एवं देखभाल की जानकारी के साथ नेत्र सहायकों द्वारा जन समुदाय को ग्लूकोमा से होने वाले तखलीक एवं उनके लक्षण जैसे: सिर में दर्द होना , धुंधला दिखाई देना,बल्ब के चारों ओर इंद्रधनुषीय रंगीन घेरा दिखाईं देना, रोशनी से अंधेरा में जाने पर आंखों को अभयस्त होने मे अधिक समय लगना, पढ़ने वाले चश्मा नंबर जल्दी जल्दी बदलना, दृष्टि का दायरा कम होना अर्थात सीधे देखने पर अगल बगल की चीजें दिखाईं न देना आदि प्रमुख लक्षण है।

यह रोग, सामान्यतः 40वर्ष की आयु से अधिक उम्र के व्यक्तियों को ग्लूकोमा होने की संभावना ज्यादा होती है,यह जन्मजात और आनुवंशिक भी होता है चोंट के कारण भी किसी भी उम्र हो सकता है इसके बचाव एवं उपचार के प्रत्येक व्यक्ति को 40की उम्र के बाद हर साल अपनी आंखो की जांच नेत्र विशेषज्ञ से अवश्य करना चाहिए।प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पांडुका के डॉ विवेक सिंह, नेत्र सहायक अधिकारी रामसखा गौतम. एवम चन्द्र कांता चौरे स्टॉफ नर्स एवम लव कुमार चकधारी के द्वारा ग्लाकोमा दिवस में लोगो को जागरूक किया गया