पाटन। शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में 19 दिसंबर एवं 20 दिसंबर 2024 को भारत सरकार द्वारा आयोजित अभियान नशा मुक्ति के तहत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला प्राचार्य आलोक शर्मा के नेतृत्व में कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर लता मिश्रा योगेश्वरी महाडिक द्वारा b.Ed प्रथम वर्ष के 150 विद्यार्थियों को एवं Med के 50 विद्यार्थियों को नशा मुक्ति ट्रेनिंग कार्यशाला के माध्यम से जागरूकता एवं जानकारी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर के रूप में डॉ चुन्नीलाल शर्मा , नशा मुक्ति केंद्र संचालक श्रीमती मनीषा शर्मा अजय श्रीवास्तव, ट्रेनर कामिनी बावनकर ,सौरभ तिवारी एवं मांनु की टीम ने बड़े ही रोचक ढंग से नशा के बचने के बताए। रायपुर में स्थापित नशा मुक्ति केंद्र एवं उसमें दी जाने वाली सुविधाएं नशा से मुक्ति दिलाने विभिन्न उपचारों की जानकारियां दी। नशा से आने वाली समस्याओं से अवगत कराया सभी छात्र अध्यापकों को अपने-अपने स्कूलों में अपने कर्तव्य स्थल पर छोटे बच्चों को नशा से बचने के लिए युक्तियां बताई गई। साथ ही नशा न करने का संकल्प दिलाया गया। दो दिवसीय कार्यशाला बेहद ही रोचक एवं उपयोगी रही सभी छात्र अध्यापकों ने प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा शांत की एवं आसपास के माहौल एवं बच्चों के नशे में लिप्त होने की बात को चिंतनीय बताया। डॉक्टर लता मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा नशा नाश की जड़ है समाज में है दीमक की तरह समाज को निग़लता जा रहा है नशा से स्वयं समाज परिवार मान सम्मान सब कुछ दाव पर लगा लेता है एक अच्छे शिक्षक होने की नाते हम स्वयं जागरूक रहे हम अपने आसपास के वातावरण को नशा मुक्त करने में अपना योगदान दें। मनीषा ट्रेनर मनीष शर्मा ने अकल्पनीय स्मरण छात्र अध्यापकों से साझा किया जो हमारे समाज के दर्पण दिख रही थी जिसमें देश के भविष्य छोटे-छोटे बच्चे नशे के आदि होकर समाज में गलत काम कर रहे है। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त अकादमी सदस्य एवं छात्र अध्यापक उपस्थित रहे।