बरहा(जंगली सूअर) से फसलों को होने वाले नुकसान से किसानों ने राहत दिलाने की मांग

पाटन। क्षेत्र के अधिकांश ग्रामों में इन दिनों धान फसल की कटाई जोरों पर है। पाटन क्षेत्र के ग्राम औरी में धान फसल के कटाई के तुरंत बाद लगभग 500 सौ एकड़ से अधिक में किसानों द्वारा मक्का की फसल उगाई जाती है। जिसमें पिछले कई वर्षों से जंगली सुअर (बरहा) के आतंक से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। गांव के किसान वन विभाग को इस तरह की परेशानियों से अवगत करा चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों को बरहा से फसलों को होने वाली नुकसान से निजात नहीं मिल पाया है। किसानों ने समाचार पत्र एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन से बरहा के आतंक से राहत दिलाने की मांग किया है।

ग्राम औरी के किसान अतुल चंद्राकर,दीपक चंद्राकर,कोमल कुर्रे, चंद्रदेव सोनवानी,अशोक कुर्रे,रवि चंद्राकर, उत्तरा सोनवानी, माधव कुर्रे, आशा साहू, विनोद चंद्राकर सहित अन्य किसान इससे पीड़ित हैं। इन किसानों द्वारा धान फसल की कटाई के बाद मक्का की खेती की जाती है। किसानों ने फसल के बुआई से पहले बरहा से फसल को होने वाली नुकसान से निजात दिलाने की मांग किया है।

भोजन व पानी की तलाश में आते हैं गांवों में

भोजन और पानी के तलाश में बरहा अब गांव से सटे खेतों की फसलों पर धावा बोल रहे हैं। किसानों की फसल बर्बाद तो होता ही है साथ ही साथ ग्रामीणों को जान का भी खतरा बना रहता है। पूर्व में भी सुअरों द्वारा क्षेत्र के कृषकों की रबी एवं खरीफ सहित सब्जी की फसल को नुकसान और लोगों पर हमला हो चुका है।
युवक को कर दिया था घायल
कुछ वर्ष पहले ग्राम औरी के एक युवक पर खेती कार्य के दौरान हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया था। युवक को जांघ में 15 टांका लगा था।

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