- आसपास के गांवों के लोग आ रहे है दर्शन करने
- परशुराम द्वारा अपने ही माता के गला काटने की सजीव झांकी
सेलूद। ग्राम सेलूद में नव रात्रि की धुम मची है आसपास के गाँव के लोग आ रहे है ।समिति के अध्यक्ष रुपराम साहू ने बताया कि लगातार नवदुर्गा की प्रतिमा प्रत्येक वर्ष स्थापित करते आ रहे है ।श्रद्धालु अपने मनोकामना पूरा करने आसपास के गांवों से पंडाल में पहुंचकर अपनी मनोकामना पूरा करने के लिए पूजा अर्चना कर रहे है । आदर्श क्लब छत्तीसगढ बाजार चौक सेलूद के दुर्गा मंच में माता के नव रुपों की अलग अलग मूर्ति स्थापित की गई है । विगत बीस वर्षों से बाजार चौक में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करते आ रहे है ।सभी ग्रामीणों के सहयोग से जमीन से पंद्रह फुट ऊपर माँ दुर्गा के नव रुपों को अलग अगल स्थापित किया गया है ।सेलूद के मुख्य स्थल होने और आकर्षण पंडाल सज्जा के साथ चलित झांकी प्रतिवर्ष रखने के कारण आसपास के ग्रामीण बहुत अधिक संख्या में देखने आने लगे है ।ग्रामीण क्षेत्र के हिसाब से ऐसे पंडाल व नव दुर्गा की शोभा देखने नही मिलती है । इस वर्ष विष्णु पुराण से ली गई कथा परशुराम द्वारा अपने ही माता का गला काटने की सजीव झांकी दिखाई जा रही जिसे देखने गाँव के साथ आसपास के गाँव वाले आ रहे है।